कानपुर में रेलवे ट्रैक पर एक हेड कॉन्स्टेबल ने सुसाइड कर लिया। वह पटरी पर सीधे लेट गया। जिसके बाद उसके ऊपर से ट्रेन गुजर गई। इससे उसका शरीर दो हिस्सों में बंट गया। घटना सेंट्रल स्टेशन के फेथफुलगंज आउटर पर हुई।
बताया जा रहा है कि हेड कॉन्स्टेबल 7 महीने से सस्पेंड था। इसके चलते वह काफी समय से डिप्रेशन में था। इसी के चलते उसने यह कदम उठाया है। उसका अस्पताल में डिप्रेशन का इलाज भी चल रहा था। अस्पताल से आकर उसने रेलवे ट्रैक पर सुसाइड किया है।
उधर, रेलवे स्टेशन के कर्मचारियों ने बताया, मंगलवार सुबह करीब 9:30 बजे हेड कॉन्स्टेबल ने जब ट्रेन आती देखी, तो ट्रैक पर जाकर लेट गया। जब तक उसको उठाया जाता, उसके ऊपर से ट्रेन गुजर चुकी थी। मामले की सूचना पर GRP के सिपाही मौके पर पहुंचे।
परिवार का भरण-पोषण नहीं कर पा रहा था
बताया जा रहा है कि हेड कॉन्स्टेबल 7 महीने से सस्पेंड होने के कारण परेशान था। उसका नाम राहुल वर्मा है और वह शादीशुदा था। उसके दो बच्चे 1 बेटा और 1 बेटी हैं। सस्पेंड होने के चलते वह परिवार का भरण-पोषण नहीं कर पा रहा था। इसलिए परेशान था।
वहीं, GRP की जांच में पता चला है कि राहुल शहर के बेकनगंज थाने में हेड कॉन्स्टेबल के पद पर तैनात था। GRP ने राहुल के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। मामले की जांच की जा रही है।
वहीं, मृतक राहुल की मां सरला का रो-रोकर बुरा हाल है। उन्होंने बताया, बेटा उर्सला अस्पताल में 19 मार्च से एडमिट था। हॉस्पिटल से सोमवार रात करीब 3 बजे बाथरूम जाने की बात कहने के बाद वह अस्पताल से निकल गया था। सुबह करीब 9.30 बजे परिवार को मौत की सूचना मिली।
चिंता के कारण बीमार हो गया था राहुल
इस मामले में परिवार के लोगों का कहना है, 7 महीने पहले हर्ष फायरिंग के मामले में राहुल को सस्पेंड कर दिया गया था। तब से वह बहुत परेशान था। बड़ी मुश्किल से घर का खर्चा चला पा रहा था। उसके बच्चों की पढ़ाई तक छूट गई थी। वह यह सब देखकर बहुत परेशान रहने लगा था। वह किसी से ज्यादा बात भी नहीं करता था। घर में कमाई का कोई दूसरा जरिया भी नहीं था। जो उसको सपोर्ट कर देता।
अस्पताल से निकलकर किया सुसाइड
राहुल के परिवार वालों ने बताया, ”चिंता के कारण वह डिप्रेशन में चला गया था। इसके चलते वह काफी बीमार हो गया था। उसको इलाज के लिए शहर के बड़ा चौराहा स्थित उर्सला अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। मंगलवार सुबह अस्पताल से निकल कर रेलवे ट्रैक पर आकर राहुल ने अपनी जान दे दी। वह कहकर गया था कि कुछ देर में वापस आ जाएगा, लेकिन हमें उसकी मौत की खबर मिली। वह कहता था, अस्पताल में पैसा बेकार में जा रहा है। वैसे भी स्थिति ठीक नहीं है। इससे अच्छा मैं घर में था। कम से कम पैसा तो बच रहा था।”
थाना बेकनगंज में तैनाती के दौरान राहुल का निलंबन हर्ष फायरिंग करने को लेकर हुआ था। उसका वीडियो भी वायरल हुआ था। जिसमें राहुल हर्ष फायरिंग करते हुए दिखाई दे रहा था। उसके बाद ही उसे सस्पेंड किया गया था।
फोन मिलने पर हुई युवक की पहचान
GRP इंस्पेक्टर ने बताया, हमें शव मिलने की जानकारी मिली थी। मौके पर पहुंचे, तो शव के पास से फोन बरामद हुआ। जिसके बाद उसकी पहचान हो पाई। परिवार के लोगों को भी मामले की जानकारी दी गई। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है।
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