अयोध्या के हलकारा के पुरवा से एक बहुत ही अजीबोगरीब मामला सामने आया है. जहां जगवीर नाम के एक शख्स ने 12 साल पहले पूजा नाम की एक लड़की से शादी की थी. दोनों के दो बच्चे आयुष और शगुन भी है. लेकिन अब खुलासा होता है कि वो लड़की पूजा नहीं ब्लकि हसीना बानो है. इतना ही नहीं 2 साल पहले से जब धीरे-धीरे पूजा की पहचान सामने आने लगी तब से पूजा उर्फ हसीना बानो ने उनके बेटे आयुष का नाम स्कूल में अनीस लिखवा दिया और मौका पाकर उसका खतना भी करवा दिया. इसको लेकर जब जगवीर ने विरोध किया तो उसे इस्लाम स्वीकार ना करने पर सिर कलम कर देने की धमकियां मिलने लगी. स्थानीय कोतवाली से लेकर मुख्यमंत्री तक शिकायत करने के बाद मुकदमा तो दर्ज हो गया लेकिन जगबीर अभी भी अपनी जान के डर को लेकर अफसरों से लेकर संत महंतों तक के चक्कर लगा रहा है.
जानिए क्या है पूरा मामला
इस पूरे मामले को समझने के लिए 12 साल पीछे जाना होगा जगबीर के जीजा रामजन्म कोरी को तत्कालीन फैजाबाद रेलवे स्टेशन के बाहर एक युवती मिलती है जो अपना नाम पूजा बताती है और बताती है उसके घर में कोई नहीं है रामजन्म उसको लेकर जगबीर के पास आते हैं और कहते हैं कि इससे शादी कर लो इसे आसरा मिल जाएगा. जगबीर पहले उससे कोर्ट मैरिज करता है और उसके बाद 2012 में उससे हिंदू रीति रिवाज से शादी करता है. इस शादी में लड़की के परिवार से कोई शामिल नहीं होता. क्योंकि उसके अनुसार उसके कोई परिजन है ही नहीं. समय बीतता है पहले एक पुत्र आयुष का जन्म होता है जो अब 10 साल का हो चुका है इसके बाद एक पुत्री शगुन भी इनके परिवार के जन्म लेती है.
ऐसे खुली पूजा उर्फ हसीना की पोल
अपनी पहचान छुपा कर शादीशुदा जिंदगी जी रही हसीनाबानो पर जगवीर को शक तब हुआ जब उसने अपने बच्चो को एक दिन नमाज पढ़ाते हुए देख लिया. विवाद हुआ तो पत्नी अपने बच्चों को लेकर प्रतापगढ़ चली गई जहां उसका मायका बताया जाता है. वापस लौटी तो कुछ दिन बाद जगवीर को पता चला कि बेटे आयुष का खतना भी करा दिया गया है. इसके बाद दोनों में विवाद हुआ तो पूजा उर्फ हसीना बानो के माता-पिता एक स्थानीय दबंग राजू उर्फ नसीर के साथ उसके घर पहुंचे और मुस्लिम धर्म अपनाने की सलाह दी. इसी के बाद से जगवीर पर मुस्लिम धर्म अपनाने नहीं तो सिर कलम करने का दबाव नसीर बनाने लगा इस बारे में लगातार शिकायत के बाद अयोध्या कोतवाली में 18 सितंबर को राजू उर्फ नसीर के खिलाफ धमकी देकर जबरन धर्मपरिवर्तन का मुकदमा दर्ज कर लिया. इसी के बाद मुठभेड़ के बाद नसीर को पुलिस की गोली लगी और उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया ।
वहीं अयोध्या वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि जबरन धर्मांतरण कराने वाले अभियुक्त निसार उर्फ राजू जिसके ऊपर 10000 का इनाम भी था. वो कैंट और अयोध्या पुलिस की संयुक्त प्रयास से गिरफ्तार हुआ है. ये आरोपी राजू उर्फ नसीब अपने आप को हिंदू बताता था. इसके खिलाफ कई मुकदमे दर्ज थे. जिसमें जान से मारने की धमकी से लेकर धर्म परिवर्तन कराने का भी मामला शामिल था और ये ही जगबीर पूरी को मुस्लिम धर्म अपनाने के लिए दबाव भी बना रहा था.
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