कानपुर के कपड़ा बाजार में लगी आग से 4 बड़े कॉम्प्लेक्स जर्जर हो गए हैं। इमारतों में दरार पड़ गई है। सभी बिल्डिंग का सर्वे कराने के लिए कानपुर IIT सिविल डिपार्टमेंट समेत कई विभागों की टीम को बुलाया गया, लेकिन आग की लपट निकलने के चलते टीम अंदर नहीं घुस सकी।
बाहर से ही जांच पड़ताल की गई। प्राथमिक जांच में एक्सपर्ट और डीजी फायर ने भवनों को जर्जर बताया है। बस सर्वे होने और उसकी रिपोर्ट का इंतजार है। इसके बाद सभी कॉम्प्लेक्स को ट्विन टावर की तरह ध्वस्त किए जाने की कार्रवाई की जा सकती है। क्योंकि अब ये इमारतें खतरे से खाली नहीं हैं।
इमारतों में जगह-जगह दरार पड़ी, छतें और दीवारें दरक रहीं
आग लगने के बाद प्रदेश की सबसे बड़ी रेडीमेड बाजार की चार इमारतें हमराज कॉम्प्लेक्स, मसूद कॉम्प्लेक्स, नफीस और एआर टावर तीसरे दिन भी धधक रहा है। तीन दिनों तक लपटों में झुलसी इमारतें आखिर कितनी सुरक्षित हैं? इसके भीतर घुसकर टीमें काम कर सकती हैं या नहीं? कहीं इमारतें खुद भरभरा कर तो नहीं गिर जाएंगी? इस तरह पुलिस, फायर ब्रिगेड के अफसरों और व्यापारियों के जेहन में सैकड़ों सवाल चल रहे हैं। लेकिन इसका जवाब अभी किसी के पास नहीं है।
आग पूरी तरह बुझने के बाद होगा सर्वे
IIT के सिविल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, पीडब्ल्यूडी और नगर निगम समेत कई विभागों की एक टीम को इमारतों का सर्वे करने के लिए शनिवार को बुलाया गया था, लेकिन बिल्डिंग में आग की लपटें और धधक इतनी तेज थी कि टीम भीतर नहीं घुस सकी। चौतरफा बाहर से ही मौका मुआयना किया और लौट गई। अब आग पूरी तरह से बुझने के बाद दोबारा सर्वे करेगी।
जेसीपी आनंद प्रकाश तिवारी ने रविवार को बताया कि टीम ने प्राथमिक जांच की। पता चला कि इमारत जर्जर है। इमारतों की दरारों और हालात देखकर लग रहा है कि उसके भीतर जाना बिल्कुल भी सुरक्षित नहीं है। जल्द ही टीम सर्वे करके अपनी रिपोर्ट देगी। जांच रिपोर्ट के आधार पर आगे इसे गिराने का फैसला लिया जाएगा।
बिल्डिंग के भीतर जाने पर पाबंदी
कपड़ा बाजार अग्निकांड को मॉनिटर कर रहे जॉइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया कि आग लगने के बाद से सभी टावर के मेन गेट को बंद कर दिया गया है। इसके साथ ही बिल्डिंग के चारों तरफ पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। किसी भी व्यापारी को अंदर नहीं जाने दिया जा रहा है। क्योंकि जर्जर बिल्डिंग के भीतर कभी भी खतरा हो सकता है।
बिल्डिंग को गिराने के लिए एक्सपर्ट से ली जा रही राय
जॉइंट पुलिस कमिश्नर ने बताया कि IIT कानपुर के एक्सपर्ट से बिल्डिंग गिराने को लेकर भी राय ली जा रही है। क्या इन इमारतों को ध्वस्त करने के लिए ट्विन टावर की तरह किसी विस्फोटक की जरूरत तो नहीं पड़ेगी? क्योंकि बिल्डिंग में घुसना खतरा है। अगर इसे ध्वस्त नहीं किया गया तो कभी भी कोई बड़ा हादसा हो सकता है। इस वजह से इसे डिमोलिश करने के बाद ही पुलिस और प्रशासनिक अफसरों की टीम वहां से हटेगी।
तीसरे दिन भी ठंडी नहीं हुई कानपुर कपड़ा-बाजार की आग कानपुर बांसमंडी रेडीमेड गारमेंट बाजार की आग तीसरे दिन भी धधक रही है। NDRF और SDRF ने मोर्चा संभाल लिया है। कॉम्प्लेक्स के भीतर दुकानों के शटर और दीवार काटकर पानी डाला जा रहा है, जिससे आग बुझ सके। दैनिक भास्कर रिपोर्टर ने रेस्क्यू टीम के साथ रात 12 से 2 बजे तक धधक रहे मार्केट के भीतर जाकर पड़ताल की। रेस्क्यू टीम के मुताबिक हालात अभी भी खतरे से बाहर नहीं हैं। पूरी तरह से आग पर काबू पाने में अभी एक से दो दिन का समय और लग सकता है।
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