राजनीति की रेखाओं के बीच बुंदेलखंड की कला,संस्कृति को अक्षुण रखना जरूरी
झांसी। बुंदेलखंड के ऐतिहासिक, धार्मिक एवं प्राकृतिक स्थलों को विश्व मानचित्र में स्थापित करके रहेंगे। यह विचार बुंदेली प्रकृति पर्यटन समिति एवं लोक भारती भारत के राष्ट्रीय सह संगठन मंत्री गोपाल उपाध्याय ने व्यक्त किए। वह रविवार को बुंदेलखंड प्रकृति एवं पर्यटन समिति के तीन दिवसीय भ्रमण कार्यक्रम के बाद प्राकृतिक खेती के विशेषज्ञ रविंद्र दुबे के प्राकृतिक खेती फार्म हाउस में समापन बैठक को मुख्य अतिथि के रूप में संबोधित कर रहे थे।
श्री उपाध्याय ने कहा कि 6 जून 2022 को बुंदेलखंड समिति का गठन संयोजक एवं पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह जादौन के आवास पर हुआ था। आज 10 महीने बाद बुंदेलखंड क्षेत्र के लिए यह समिति एक विशाल वट वृक्ष बन गया है। इसमें 60 से अधिक सक्रिय सदस्य व पदाधिकारी हैं। इस दौरान पिछले 10 महीनों में हम सब ने बुंदेलखंड के सभी सातों जिलों में सभी प्रमुख धार्मिक, ऐतिहासिक एवं प्राकृतिक स्थलों को देख लिया है। इनका विकास प्रदेश और केंद्र सरकार तथा जनसहभागिता से कैसे होगा इसका भी गहन मंथन कर लिया है। उन्होंने कहा कि इसके साथ-साथ एक जिले में एक शहर को स्वच्छ तथा नदी तालाब को स्वच्छ करने का भी निर्णय लिया गया था। इसके तहत बांदा में शंकर सरोवर नवाब टैंक की सफाई का कार्य बहुत उत्कृष्ट ढंग से संयोजक अशोक त्रिपाठी जीतू एवं देशराज सिंह और उनकी टीम के माध्यम से किया जा रहा है।
इसी तरह हमीरपुर, महोबा,चरखारी में भी स्वच्छता का कार्य तेजी से हो रहा है। उन्होंने कहा कि समिति के मार्गदर्शक संत मदन दास ने चित्रकूट को एक आदर्श तीर्थ व साफ सुथरा बनाने का संकल्प लिया है। इस दिशा में उनकी टीम कार्य कर रही है। इसके अलावा खन्ना महोबा, कदौरा उसरगांव इटौरा जालौन जिले में चरखारी महोबा में पॗाकुतिकखेती को लेकर किसानों के साथ बैठक करने की योजना बनाने का निर्णय लिया गया था| उन्होंने कहा कि बुंदेलखंड में लेख प्रतियोगिता बुंदेलखंड का भी आयोजन जालौन हमीरपुर महोबा झांसी में की गई थी और कई जिलों में की जा रही है इसी तरह इसी तरह श्री अन्नमोटे अनाज के व्यंजनों को लेकर विभिन्न जिलों के विभिन्न ढाबोऔर होटलों में प्रमतियोगिताकी जानी है ताकि लोगों को आ हार में श्री एअन्नमोटा अनाज की भूमिका बढ़ सके
क्योंकि यह पोषक तत्वों से भरपूर है| बुंदेलखंड प्राकृतिक पर्यटन एवं लोकभारत भारती भारत के राष्ट्रीय उ
पाध्यक्ष अशोक त्रिपाठी ने कहा कि बेशक राजनीतिने अपनी कुछ रेखाएं खींची है लेकिन हमें बुंदेलखंड की कला संस्कृति ऐतिहासिक धार्मिक और प्राकृतिक धरोहर को हर हाल में अक्षुण रखना है है बुंदेलखंड प्राकृतिक पर्यटन समिति के संयोजक पूर्व विधायक नरेंद्र सिंह यादव ने कहा कि 10 माह बाद आज यह पहले दौर का आखिरी बैठक है |इसलिए निकाय चुनाव के दौरान लगभग 1 महीने तक समिति की बैठक और भ्रमण का कार्यक्रम स्थगित रहेगा| गरौठा के विधायक जवाहर लाल राजपूत ने कहा कि वे बुंदेलखंड समिति के माध्यम से बुंदेलखंड के धार्मिक ऐतिहासिक स्थानों के उत्थान और यहां के इतिहास को यहां से सही इतिहास को सामने लाने के लिए जी जान से जुटे रहेंगे |एमएलसी जितेंद्र सिंह ने कहा कि हम सब इस समिति के के 60 से अधिक सदस्य और पदाधिकारी हैं यदि बुंदेलखंड के सर्वांगीण विकास के लिए जुट जाएं तो सिर्फ 2 वर्ष के भीतर ही बुंदेलखंड क्षेत्र की तस्वीर बदल सकती है समिति के पदाधिकारियों और सदस्यों का विधायक जवाहर लाल राजपूत और प्राकृतिक खेती के विशेषज्ञ रविंद्र दुबे ने सभी को अंग वस्त्र स्मृतिचिन्ह देकर सम्मानित किया| इस अवसर पर राजेंद्र त्रिपाठी प्रदीप सिंह चौहान अनिल शर्मा शैलेंद्र सिंह चौहान आशीष रिछारिया शिव शंकर सिंह कुलदीप सिंह निषाद शिव शंकर सिंह ने भी विचार व्यक्त किए.