बहुचर्चित बिकरू कांड के मुख्य आरोपित विकास दुबे की पत्नी रिचा दुबे की शास्त्री नगर मतैयापुरवा की एक करोड़ की संपत्ति शनिवार को सील कर दी गई। इसके साथ ही हिस्ट्रीशीटर की कानपुर, देहात और लखनऊ में 150 करोड़ रुपये की संपत्ति अब तक सील कर प्रशासन जब्त कर चुका है। हाईकोर्ट के निर्देश पर संपत्ति पर चल रही फैक्ट्री के मालिक के प्रत्यावेदन को डीएम कोर्ट खारिज कर दिया।
185 वर्गमीटर की जमीन रिचा दुबे ने 2010 में रामअवध दुबे से खरीदी थी जिसे रिचा ने 2012 में गिरीश दयाल को बेचा था। उसमें दयाल के नाम से होजरी चल रही है। पूर्व डीएम नेहा शर्मा ने संपत्ति जब्त करने का निर्देश जारी किया था। डीएम कोर्ट के जब्तीकरण आदेश को लेकर होजरी कारोबारी गिरीश हाईकोर्ट गए थे। हाईकोर्ट ने इनका पक्ष सुनने का आदेश दिया था जिस पर डीएम कोर्ट ने नोटिस जारी करके गिरीश दयाल का पक्ष सुना।
डीएम कोर्ट ने माना कि संपत्ति को अवैध तरीके से अर्जित किया गया इसलिए प्रत्यावेदन 20 सितंबर को खारिज कर दिया। तहसीलदार बिल्हौर लक्ष्मी नारायण बाजपेई ने भारी पुलिस बल और पीएसी के साथ चल रही होजरी फैक्ट्री को सील किया।
कार्रवाई गलत, जाएंगे हाईकोर्ट फैक्ट्री मालिक गिरीश दयाल ने बताया कि सेलडीड देखकर ही संपत्ति खरीदी थी। डीएम कोर्ट से प्रत्यावेदन खारिज होने और सीलिंग का आदेश शुक्रवार को मिला है। शनिवार को बिना समय दिए सीलिंग की कार्रवाई कर दी। उसमें करोड़ों का सामान व मशीनें भी सील कर दी हैं। फैक्ट्री बंद होने से सैकड़ों मजदूर बर्बाद हो जाएंगे।