लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने केंद्र सरकार द्वारा पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर पाबंदी लगाए जाने का स्वागत किया है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को एक ट्वीट में कहा कि राष्ट्र विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया और उसके आनुषांगिक संगठनों पर लगाया गया प्रतिबंध सराहनीय एवं स्वागत योग्य है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने केंद्र के इस फैसले को देशहित में लिया गया फैसला करार दिया है। योगी सरकार की ओर से पहले ही पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की गई थी।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने अपने ट्वीट में कहा है कि केंद्र सरकार का फैसला देशहित में लिया गया है। उन्होंने कहा कि यह ‘नया भारत’ है। यहां आतंकी, आपराधिक और राष्ट्र की एकता व अखंडता तथा सुरक्षा के लिए खतरा बने संगठन एवं व्यक्ति स्वीकार्य नहीं। दरअसल, केंद्र सरकार ने बुधवार को पीएफआई तथा उसके कई सहयोगी संगठनों पर आतंकवादी गतिविधियों में संलिप्तता का आरोप लगाते हुए पाबंदी लगा दी है।
केंद्र सरकार की ओर से यह कदम पीएफआई के ठिकानों पर छापेमारी और उसके अनेक सदस्यों की हाल में हुई गिरफ्तारी के बाद उठाया गया है। केंद्र के फैसले को लेकर लगातार राजनीतिक प्रतिक्रियाएं सामने आ रही हैं। इन प्रतिक्रियाओं में पीएफआई बैन को लेकर लोग दो भागों में बंटे दिख रहे हैं। विपक्षी दलों ने पीएफआई बैन को सरकार की एक धर्म विशेष के खिलाफ कार्रवाई के रूप में पेश किया जा रहा है। वहीं, पाकिस्तान की भी इस मामले में प्रतिक्रिया आ गई है।
वहीं, भाजपा पीएफआई को देशविरोधी गतिविधियों में शामिल रहने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई को उचित ठहरा रही है। यूपी सरकार ने सीएए आंदोलन में संलिप्तता का मामला सामने आने के बाद ही पीएफआई पर प्रतिबंध लगाने की सिफारिश की थी।
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