अयोध्या। राममंदिर निर्माण के बीच अब सिद्धपीठ हनुमानगढ़ी में भी यात्री सुविधाओं का विस्तार किए जाने की तैयारी है। दो दिन पहले हुई रामानंदीय हनुमानगढ़ी अखाड़ा की बैठक में कई अहम निर्णय हुए। हनुमानगढ़ी के पुजारियों के लिए अब ड्रेसकोड लागू कर दिया गया है। साथ ही मंदिर के निकास द्वार के चौड़ीकरण व लिफ्ट लगाने पर भी सहमति बनी है।
संकट मोचन सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सागरिया पट्टी के महंत ज्ञानदास के उत्तराधिकारी संजय दास ने बताया कि अयोध्या में श्रद्धालु बढ़ रहे हैं। हनुमानगढ़ी श्रद्धालुओं का प्रमुख केंद्र है। ऐसे में यहां भीड़ नियंत्रण का प्लान बन रहा है। बताया कि बैठक में तय हुआ कि हनुमानगढ़ी के निकास मार्ग को चौड़ा किया जाएगा। साथ ही बुजुर्गों के लिए लिफ्ट लगाई जाएगी। प्रवेश द्वार पर 70 सीढि़यां चढ़ने के बाद हनुमानगढ़ी का दर्शन भक्तों को मिलता है, ऐसे में लिफ्ट लगने से बुजुर्ग श्रद्धालुओं को सुविधा होगी।
बताया कि हनुमानगढ़ी के पुजारी उनके सहयोगी संत जिन्हें अखाड़ा की भाषा में मधुकरिया कहा जाता है, उनके लिए ड्रेस कोड निर्धारित कर उसे अनिवार्य रूप से लागू कर दिया गया है। यह सभी अचला, बाह वाली बनियान और सिर पर पगड़ी बांधकर ही मंदिर से जुड़ी अपनी सेवा कर सकेंगे। ऐसा न करने पर पंचायत उनके लिए जुर्माना लगाएगी।
अखाड़ा कराएगा सुदंरीकरण का काम
महंत संजय दास ने कहा कि हनुमानगढ़ी में सभी विकास कार्य हनुमानगढ़ी अखाड़ा कराएगा। इसमें जिला प्रशासन की मदद नहीं ली जाएगी। बताया कि जल्द ही निकास द्वार के चौड़ीकरण का काम शुरू करा दिया जाएगा।