लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अग्निशमन विभाग, सीबीसीआईडी और एंटी करप्शन ऑर्गनाइजेशन की कार्य प्रणाली को लेकर समीक्षा बैठक की। सीएम योगी ने जांच एजेंसियों को लंबित प्रकरणों की जांच समयबद्ध रूप से पूरा करते हुए प्रभावी अभियोजन सहित विभिन्न दिशा-निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने कहा कि अपराधियों एवं भ्रष्टाचारियों के खिलाफ कार्रवाई तेज की जाए।
सीएम योगी ने कहा कि सीबीसीआईडी एक महत्वपूर्ण जांच इकाई है। इसे देश की बेहतरीन जांच एजेंसियों में स्थान दिलाने के लिए हमें आवश्यक सुधार करना होगा। सांगठनिक बदलाव हों या तकनीकी अपग्रेडेशन, हर क्षेत्र में व्यापक सुधार की कार्य योजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि सीबीसीआईडी के पास योग्य और दक्ष अधिकारी और कर्मचारी हैं। ऐसे में इस इकाई की उपयोगिता को बढ़ाने के प्रयास हों। मेरिट के आधार पर अधिकाधिक प्रकरण सीबीडीआईडी को दिए जाने चाहिए। सीबीसीआईडी के समक्ष लंबित सभी प्रकरणों का समयबद्ध रूप से निस्तारित कराया जाए। इसे सीसीटीएनएस से जोड़ने पर विचार करें।
वहीं, सीएम ने कहा कि एंटी करप्शन ऑर्गनाइजेशन की कार्य प्रणाली में व्यापक सुधार की आवश्यकता है। तकनीक के अधिकाधिक प्रयोग से कार्रवाई को पारदर्शी और प्रभावी बनाने के प्रयास हों। इसे डायल-112 से इंटीग्रेट किया जाना जरूरी है। जांच और विवेचना के अभिलेखों व प्रक्रियाओं का डिजिटलाइजेशन कराया जाए। उन्होंने कहा कि स्तरीय प्रोफेशनल एजेंसी के रूप में राष्ट्रीय स्तर पर पहचान बनाने के लिए ऑर्गनाइजेशन के कार्मिकों की ट्रेनिंग कराई जानी चाहिए। सीबीआई और अन्य एजेंसियों से बेहतर समन्वय बनाए रखें।
योगी ने आगे कहा कि ऑर्गनाइजेशन की जांच और विवेचना की प्रक्रिया को और प्रभावी बनाया जाना चाहिए। अभियोजन की कोर्रवाई को और बेहतर बनाने की जरूरत है। इस दिशा में नियोजित प्रयास किया जाएं। साथ ही सीएम ने अधिकारियों को भ्रष्टाचार से सम्बंधित लंबित प्रकरणों की विभागीय स्तर पर समीक्षा करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि न्यायालयों में विचाराधीन मामलों की भी गहन समीक्षा की जाए।