कानपुर के पंडित दीन दयाल उपाध्याय इंटर कॉलेज में आज से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का स्वर संगम घोष शिविर शुरू हो रहा है। इसमें आधुनिक के साथ पारंपरिक वाद्य यंत्रों नजर आएंगे। साथ ही वे वाद्ययंत्र भी दिखेंगे जो आज के समय में चलन में नहीं हैं।
कानपुर में यह आयोजन 10 साल बाद हो रहा है। इस आयोजन में संघ प्रमुख मोहन भागवत 2 दिन रहेंगे। संघ प्रमुख 9 अक्टूबर को वाल्मीकि समाज की तरफ से नारा राव पार्क में आयोजित कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे। वह 10 अक्टूबर को शाम 4:30 बजे VSSD कॉलेज परिसर में समाज के प्रमुख लोगों को संबोधित करेंगे।
वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी, 7 और 8 अक्टूबर को देखे सकेंगे आमजन
बता दें कि वाद्य यंत्रों की प्रदर्शनी लगाई जाएगी। इसका उद्घाटन उत्तर प्रदेश नाट्य अकादमी के अध्यक्ष राजेश्वर आचार्य करेंगे। यह प्रदर्शनी सात व आठ अक्टूबर को आम जनता के लिए खुली रहेगी। प्रांत प्रचार प्रमुख डा. अनुपम के मुताबिक इस शिविर में सर संघचालक मोहन भागवत रहेंगे। संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी शिविर में आ चुके हैं।
संघ के अखिल भारतीय सह शारीरिक प्रमुख जगदीश तथा अखिल भारतीय सह व्यवस्था प्रमुख अनिल ओक पूरे समय शिविर में उपस्थित रहेंगे। प्रांत प्रचारक श्रीराम, सह प्रांत कार्यवाह भवानी भीख की देखरेख में तैयारियां की गई हैं।
आधुनिक के साथ दिखेंगे पुराने वाद्ययंत्र
प्रदर्शनी के प्रमुख अजीत अग्रवाल के वाद्य यंत्रों के संबंध में बताया कि नाट्य शास्त्र में तंतु वाद्य, सुषिर वाद्य, चर्मज वाद्य, घन वाद्य रहते हैं। प्रर्दशनी में चारों वाद्य यंत्र का प्रर्दशन होगा। इसके अलावा पारंपरिक वाद्य यंत्र में पखावज, बांसुरी, ढोलक, तबला, सितार, तानपुरा, शहनाई रहेंगी।
आधुनिक वाद्य यंत्र में गिटार, सैक्सोफोन, इलेक्ट्रानिक की-बोर्ड, ट्म्पेट, कोगा का प्रदर्शन होगा। शिविर में वे वाद्य यंत्रों जो अब चलन में नहीं हैं जैसे मेन्डोलियन, पैर से हवा देकर बजाया जाने वाला हारमोनियम भी होंगे। संघ के कार्यक्रमों में प्रयोग होने वाले नागांग, तूर्य, प्रणव, वेण, आनक वाद्य यंत्र भी शिविर में रहेंगे।
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