बिजनौर में अवारा कुत्तों का आतंक फैला हुआ है। 5 दिनों में कुत्तों ने दो कोतवाल समेत कई लोगों को काटकर घायल कर दिया है। पहला मामला नजीबाबाद का है। यहां कोतवाल पर कुत्तों ने जानलेवा हमला कर हाथ नोच लिया। उन्हें गंभीर हालत में मेरठ में भर्ती कराया गया है। वहीं दूसरी घटना हीमपुर दीपा थाने की है। यहां भी कोतवाल अजीत रोरिया पर एक पालतू कुत्ते ने हमला कर दिया, जिससे वह घायल हो गए। आवारा आतंक से परेशान ग्रामीणों ने कुत्तों को पकड़वाने की मांग की है।
पहला मामला 8 नवंबर का है। थाना प्रभारी नजीबाबाद राधेश्याम पुलिस बल के साथ देर शाम जलालाबाद क्षेत्र में भ्रमण पर थे। अचानक एक आवारा कुत्ते ने किसी बाइक सवार पर हमला कर दिया। जिससे वह बाइक सहित गिर गए। बताया जाता है कि थाना प्रभारी राधेश्याम जैसे ही बाइक सवार को बचाने के लिए आगे बढ़े तभी कुत्ते ने उन पर हमला बोल दिया। कुत्ते ने उनके एक हाथ को बुरी तरह चबा डाला। उनके पैर पर भी कई जगह काटा। पुलिसकर्मियों ने बमुश्किल खूंखार कुत्ते से थाना प्रभारी को छुड़ाया। गंभीर रूप से घायल थाना प्रभारी राधेश्याम को बिजनौर के प्राइवेट अस्पताल में उपचार के बाद मेरठ के लिए रेफर किया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है।
प्रधान के कुत्ते ने कोतवाल पर किया हमला दूसरा मामला 10 नवंबर का है। हीमपुर दीपा थाने के कोतवाल अजीत रोरिया पर गश्त पर थे। इस दौरान वह रतनपुर खुर्द के प्रधान दुष्यंत कुमार के आवास पर रुके, जहां जर्मन शेफर्ड कुत्ते ने उन पर हमला कर दिया। घायल अवस्था में कोतवाल अजीत रोरिया को अस्पताल ले जाया गया, जहां पर डॉक्टरो उनका इलाज किया। ये दोनों मामले चर्चा में हैं। ग्रामीणों का कहना है कि हर दिन आवारा कुत्ते किसी न किसी पर जानलेवा हमला करते हैं, लेकिन जिला प्रशासन नगर पालिका ग्राम पंचायत की तरफ से कुत्ते पकड़ने की अभी तक कोई कदम नहीं उठा रहा है।
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