डीएम चांदनी सिंह से सीएमओ के खिलाफ 50 हजार रुपये पी जाने की जांच की मांग की
उरई। जिलाधिकारी चांदनी सिंह को शिकायती पत्र देकर कानपुर देहात के मोहल्ला ग्राम संट्टी निवासी अनवार अहमद पुत्र मुन्ना ने आरोप लगाया कि उसके मित्र की पत्नी फैरुन निशा (अनुसूचित जाति) जो कदौरा सीएचसी में स्टाफ नर्स के पद पर तैनात है, प्रार्थी ने 9 सितंबर को सीएमओ डॉ एनडी शर्मा से संपर्क किया। उनसे फैरून निशा के स्थानांतरण को लेकर पचास हजार रुपये में स्थानांतरण की डील हुई। उसने 13 सितंबर को फैरून निशा के स्थानांतरण को लेकर पचास हजार रुपये और प्रार्थनापत्र सीएमओ को दिया। उन्होंने चार से. छह दिन में स्थानांतरण का आश्वासन दिया। जब छह दिन बाद भी स्थानांतरण नहीं हुआ तो वह और स्टाफ नर्स फैरून निशा सीएमओ से फोन पर पूछती रही। लेकिन वह टालमटोल करते रहे। 19 अक्तूबर को जब वह स्थानांतरण के संदर्भ में फिर से सीएमओ से बात की तो वे बोले ऐसे स्थानांतरण नहीं हो पाएगा। मुझे तीस हजार रुपये और दो। जब मैने अनवार ने कहा कि फैरून निशा दलित और गरीब स्टाफ नर्स है। वह इतने रुपये नहीं दे पाएगी तो बोले बिना तीस हजार दिए स्थानांतरण नहीं होगा। उसने जब सीएमओ एनडी शर्मा से रुपये वापस मांगे तो वह भड़क गए और आपा खोते हुए स्टाफ नर्स को भद्दी भद्दी गालियां दी। उन्होंने डीएम से मांग की कि इस मामले की जांच कराकर दोषी पाए जाने पर सीएमओ के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। इस बाबत सीएमओ डॉ एनडी शर्मा का कहना है कि यह बिल्कुल सफेद झूठ है। इसमें कोई तथ्य नहीं है। एक साजिश के तहत फर्जी मामले में फंसाने की साजिश की जा रही है। उन्होंने कभी स्टाफ नर्स फैरून निशा और अनवार से कभी पचास हजार रुपये देने की बात नहीं कही। उनके पास कोई प्रमाण हो तो दिखाएं। डीएम चांदनी सिंह से सीएमओ डा एन डी मिश्रा के खिलाप 50 हजार रुपये पी जाने और स्टाफ नर्स दलित फैरुन निशा जाति सूचक गालियां देने का आरोप अनवार ने लगाकर जांच की मांग की
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