कानपुर देहात: दिल्ली-हावड़ा रूट पर एक छोटा सा रेलवे स्टेशन है कंचौसी। इस स्टेशन पर अब बुधवार से मालदा (कोलकाता) से दिल्ली जाने वाली फरक्का एक्सप्रेस भी रुकेगी। कानपुर देहात और औरैया जिले की सीमा पर स्थित इस स्टेशन में ये एक्सप्रेस ट्रेन रुकने से दोनों जिलों के लोगों को सहूलियत मिलेगी। ये ट्रेन अयोध्या, लखनऊ व कानपुर होते हुए कंचौसी पहुंचेगी। इससे व्यापारिक गतिविधयां मजबूत होंगी। इस ट्रेन के ठहराव के लिए अकबरपुर से भाजपा सांसद देवेंद्र सिंह भोले काफी समय से प्रयासरत थे। मजे की बात ये है कि कंचौसी स्टेशन कानपुर देहात व औरैया दो जिलों में बंटा है। इसका प्लेटफार्म दोनों जिलों को छूता है। रेलवे रिकार्ड के अनुसार कहा जाता है कि देश का ये तीसरा रेलवे स्टेशन है, जो दो जिलों की सीमाओं में है। कंचौसी स्टेशन में कोई भी ट्रेन खड़ी होती है तो आधी कानपुर देहात तो आधी औरैया में रहती है। हालांकि इससे दोनों जिलों के लोगों के लिए सहूलियत भी है।
दअरसल व्यापारिक दृष्टिकोण से कानपुर देहात जिला अति महत्वपूर्ण है। ये कानपुर महानगर की सीमा से लगा हुआ है। यहां राष्ट्रीय स्तर की औद्योगिक इकाइयां भी स्थापित हैं। जिले से दो हाईवे निकले हैं। साथ ही दिल्ली हावाड़ा व कानपुर-झांसी दो रेलवे रूट हैं। वहीं बात अगर कंचौसी क्षेत्र की जाए तो वहां से हाईवे 45 से 50 किमी दूर है। अभी तक ट्रेनों के नाम पर केवल पैसेंजर ट्रेनों का ठहराव होता है। इससे व्यापारियों व क्षेत्र के लोगों को परेशानी होती है। अकबरपुर के सांसद देवेंद्र सिंह भोले का घर कंचौसी में ही है। क्षेत्र के लोग लगातार उनसे एक्सप्रेस ट्रेन के ठहराव की मांग कर रहे थे। उन्होंने दो दिन पहले ही दिल्ली जाकर रेलमंत्री अश्वनी वैष्णव से मुलाकात करके समस्या बताई, साथ ही फरक्का एक्सप्रेस के ठहराव की मांग की। मंत्री ने सांसद की समस्या का निस्तारण करते हुए 48 घंटे के अंदर ट्रेन के ठहराव का आदेश जारी करा दिया। डीआरएम प्रयागराज ने बुधवार से ट्रेन के ठहराव के निर्देश जारी कर दिए हैं।
सांसद का घर होने की वजह से कंचौसी को मिली तवज्जो
कानपुर देहात की अकबरपुर लोकसभा सीट से लगातार दूसरी बार सांसद देवेंद्र सिंह भोले का मूल निवास कंचौसी में ही है। यहां उनके भाई कोपरेटिव बैंक कानपुर मंडल के डायरेक्टर राजेंद्र सिंह राजू, बहू जिला पंचायत अध्यक्ष नीरज रानी, सांसद का भतीजा ब्लाक प्रमुख ऋषि सिंह समेत पूरा परिवार रहता है। जिले की राजनीति में इस परिवार का अच्छी खासी दखल है। कहा जाता है कि रेलवे मंत्री अश्चवनी वैष्णव के सांसद काफी करीबी हैं। यही कारण है कि उनकी मांग पर कंचौसी जैसे छोटे स्टेशन में फरक्का एक्सप्रेस का ठहराव कर दिया गया है।
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