लखनऊ के पेपर मिल कालोनी में बुधवार देर रात सड़क किनारे पेंटिंग कर रहे दो मजदूरों को थार गाड़ी ने रौंद दिया। पुलिस ने दोनों को गंभीर हालत में ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। गुरुवार को दोनों की इलाज के दौरान मौत हो गई। जिसमें से एक मजूदर के परिजनों ने निशातगंज चौकी के बाहर मुआवजे और कार चालक की गिरफ्तारी की मांग कर शव रख हंगामा किया।
परिजनों ने की सरकारी नौकरी और पचास लाख की मांग
निशातगंज आठवीं गली निवासी सुरेंद्र कुमार (25) बुधवार रात रायबरेली निवासी संदीप (28) के साथ पेपर मिल कालोनी में सड़क निर्माण और पेंटिंग का काम कर रहे थे। इसी बीच तेज रफ्तार थार सवार दो युवकों ने इन्हें टक्कर मार दी। जिससे दोनों लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं कार सवार मौके पर वाहन छोड़कर भाग निकले। दोनों को पुलिस ने ट्रामा सेंटर में भर्ती कराया। जहां दोनों की इलाज के दौरान मौत हो गई।
सांसद अतुल राय पुलिस पर हमले के केस से बरी, 3 साल 5 महीने से नैनी जेल में हैं बंद
घोसी लोकसभा से बसपा सांसद अतुल राय सहित 16 लोगों को गुरुवार को पुलिस पर जानलेवा हमले से संबंधित 11 साल पुराने मामले में वाराणसी की कोर्ट ने संदेह का लाभ देते हुए बरी कर दिया। यह फैसला वाराणसी के विशेष न्यायाधीश (MP-MLA कोर्ट) सियाराम चौरसिया की अदालत ने दिया है। बता दें कि अतुल राय सांसद चुने जाने के बाद बीते 3 साल 5 महीने से जेल की सलाखों के पीछे हैं। फिलहाल, वह प्रयागराज की नैनी सेंट्रल जेल में बंद हैं।
वाराणसी में तिलक से एक दिन पहले युवक ने लगाई फांसी, 2 दिसंबर को होनी थी शादी
गाजीपुर के एक युवक ने अपने तिलक से एक दिन पहले गुरुवार को वाराणसी के एक गेस्ट हाउस में फांसी लगाकर जान दे दी। युवक के पास से मिले सुसाइड नोट में लिखा था कि वह कभी शादी नहीं करना चाहता था। गेस्ट हाउस प्रबंधन की सूचना के आधार पर सिगरा थाने की पुलिस ने युवक के परिजनों को घटना की सूचना देकर शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया।
गाजीपुर जिले के भांवरकोल थाना के मनिया मिर्जाबाद गांव का रहने वाला कुलंजय राय (28) बुधवार को बनारस आया था। वह इंग्लिशिया लाइन स्थित एक गेस्ट हाउस में रुका था। गेस्ट हाउस के मैनेजर को उसने बताया था कि वह बनारस घूमने आया है। कल दिन में वह घूमा और रात में खाना खाकर सो गया था। आज काफी देर तक उसके कमरे का गेट नहीं खुला तो किसी ने ध्यान भी नहीं दिया।
मैनेजर ने पुलिस को दी सूचना
दोपहर के समय होटल स्टाफ को शंका हुई तो उन्होंने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई आवाज नहीं हुई। गेस्ट हाउस के मैनेजर वीर प्रताप सिंह ने रोशनदान से झांक कर देखा तो कुलंजय फंदे के सहारे लटका हुआ था। इस पर मैनेजर ने सिगरा थाने की पुलिस को सूचना दी।
पुलिस आई और दरवाजा तोड़ कर शव को फंदे से नीचे उतारी। कमरे की पड़ताल के दौरान कुलंजय का सुसाइड नोट मिला। उस पर लिखे हुए मोबाइल नंबर की मदद से पुलिस ने परिजनों को सूचना दी।