यंग भारत ब्यूरो
गुजरात विधानसभा चुनाव में बीजेपी भारी बहुमत की ओर बढ़ रही है. बताते चलें कि गुजरात चुनाव से पहले तमाम राजनीतिक पार्टियों के दिग्गज नेताओं ने जनता की दिलों में जगह बनाने के लिए पूरी ताकत झोंक दी थी. हालांकि, कांग्रेस के साथ-साथ अरविंद केजरीवाल के नेृतत्व वाली आम आदमी पार्टी और असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम को गुजरात में बड़ा झटका लगा है.
AIMIM को नोटा से भी मिले कम वोट
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने तो चुनावी प्रचार के दौरान मुस्लिम वोट को खींचने के लिए आंसू तक बहाए थे. गुजरात के गोधरा में जनता के बीच संबोधन के दौरान असदुद्दीन ओवैसी फुट-फुटकर रोने लगे थे. असदुद्दीन ओवैसी का रोने वाला यह वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था. हालांकि, गुजरात चुनाव में ओवैसी की पार्टी का प्रदर्शन बेहद खराब रहा. असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी को गुजरात चुनाव में नोटा (Nota) से भी कम वोट मिले हैं.
एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष भी हार गए चुनाव
चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक, असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन को 2022 के गुजरात विधानसभा चुनाव में 0.29 प्रतिशत वोट शेयर मिला है. यह आंकड़ा नोटा को मिले वोट प्रतिशत से भी कम है. बता दें कि नोटा को गुजरात चुनाव में 1.58 प्रतिशत वोट शेयर मिला है. असदुद्दीन ओवैसी ने खुद को मुस्लिम हितैषी बताते हुए वोट मांगे थे, लेकिन एआईएमआईएम के उम्मीदवार साबिर काबलीवाला भी विजयी उम्मीदवारों की सूची से गायब दिख रहे है. साबिर काबलीवाला एआईएमआईएम के प्रदेश अध्यक्ष भी हैं और उन्हें अभी तक केवल 12 प्रतिशत वोट मिले हैं.