इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा के मामले में अब एक्शन लिया गया है. यूनिवर्सिटी के पूर्व छात्र नेता विवेकानंद पाठक की तहरीर पर आरोपी सिक्योरिटी गार्ड्स के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. मारपीट और फायरिंग करने के आरोपी सिक्योरिटी गार्ड्स के खिलाफ जानलेवा हमला समेत कई गंभीर धाराओं में केस दर्ज हुआ है. इस मामले में कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में तीन नामजद और 43 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ.
प्रयागराज के कर्नलगंज पुलिस स्टेशन में तीन नामजद और 40 अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ है. इसकी जानकारी देते हुए पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा के बताया कि वीडियो फुटेज और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्यों के आधार पर कार्रवाई होगी. यहां सुरक्षा गार्ड द्वारा पूर्व छात्र नेता विवेकानंद पाठक के साथ हुए विवाद के बाद छात्र भड़के थे. आरोप है कि कुछ सुरक्षा गार्डों ने फायरिंग भी की थी. जिसके बाद आगजनी, पथराव और तोड़फोड़ के मामले में यूनिवर्सिटी प्रशासन की तरफ से छात्रों के खिलाफ भी केस दर्ज कराया जा सकता है.
BJP सांसद ने क्या कहा?
वहीं इलाहाबाद सेंट्रल यूनिवर्सिटी में हुई हिंसा को लेकर बीजेपी सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने घटना पर दुख जताया था. इसपर बयान जारी कर कहा, “इस घटना से यूनिवर्सिटी की छवि पर बुरा असर पड़ेगा. पिछले 4 माह से छात्रों का आंदोलन चल रहा है. लेकिन युनिवर्सिटी प्रशासन ने छात्रों से बातचीत तक नहीं की. अगर छात्रों से बातचीत की गई होती और उन्हें भरोसे में लिया जाता तो यह घटना नहीं होती. सिक्योरिटी गार्ड्स की ओर से फायरिंग करना बहुत ही गलत था.”
रीता बहुगुणा जोशी ने कहा था, “छात्रों की समस्याओं का समाधान वार्ता के माध्यम से ही किया जाना चाहिए. छात्रों का कर्तव्य है की वे विश्वविद्यालय की संपत्ति की रक्षा करें न कि उसको नष्ट करें. अपनी मांगों को शांतिपूर्ण ढंग से मनवाने का प्रयास ही सही होता है. सभी छात्रों से अपील की है कि शांति का माहौल बनाएं रखें.” रीता बहुगुणा जोशी इससे पहले यूनिवर्सिटी की फीस में 4 गुना बढ़ोतरी पर भी नाराजगी जता चुकी हैं.