कानपुर से सपा विधायक इरफान सोलंकी के लिए बुधवार का दिन राहत भरा रहा। आगजनी मामले में मुख्य आरोपी सपा विधायक इरफान सोलंकी को फर्जी आधार कार्ड की मदद से भगाने में मदद करने वाली सपा नेत्री नूरी शौकत को हाईकोर्ट से जमानत मिल गई है। नूरी के अधिवक्ता ने कोर्ट के सामने 6 साल के बीमार बच्चे की देखभाल नहीं पाने की तर्क रखा था। हाईकोर्ट ने नूरी को राहत देते हुए जमानत अर्जी को मंजूर कर लिया है। नूरी बीते डेढ़ महीने से जेल में बंद हैं।
सपा विधायक इरफान सोलंकी को फर्जी आधार कार्ड तैयार कराने और दिल्ली तक भागने में मदद करने के आरोप लगे हैं। पुलिस ने बीते 26 नवंबर को ग्वालटोली थाने में नूरी शौकत, इरफान के दोनों साले समेत 8 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था। पुलिस ने नूरी शौकत को 30 नवंबर को जेल भेजा था। सेशन कोर्ट से नूरी की जमानत खारिज हो गई थी। मंगलवार को नूरी के ड्राइवर अम्मार इलाही को भी जमानत मिल गई थी।
अभियोजन पक्ष ने नूरी की जमानत का किया विरोध
अभियोजन पक्ष की तरफ से कोर्ट में तर्क रखा गया कि नूरी शौकत ने अपने बैंक खाते से टिकट बुक कराई थी। अशरफ अली के आधार कार्ड को इरफान का आधार कार्ड बनाया था। इसके बाद अशरफ अली के नाम पर हवाई जहाज की टिकट निकलवाई थी। नूरी ने अपने ड्राइवर से इरफान को दिल्ली के इंदिरा गांधी एयरपोर्ट तक छोड़ा था। आधार कार्ड से छेड़छाड़ करना, उससे एक आरोपी को हवाई यात्रा कराना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है।
नूरी का बच्चा बीमार है
सपा नेत्री नूरी शौकत के अधिवक्ता ने कोर्ट के सामने तर्क दिया कि नूरी को झूठे मुकदमें फसाया गया है। नूरी ने अपने भाई अशरफ अली के लिए बैंक अकाउंट से हवाई जहाज की टिकट बुक कराई थी। नूरी की बहन दिल्ली में रहती हैं, उसकी तबीयत ठीक नहीं थी। उनको देखने के लिए दिल्ली गईं थीं।