कानपुर के पनकी थाने की पुलिस ने पप्पू उर्फ दीपक मर्डर केस का खुलासा कर दिया। महिला के प्रेम संबंधों से मोहल्ले में बेइज्जती के चलते उसके बेटे और भाई ने प्रेमी की ईंट से कूचकर नृशंस हत्या की थी। पुलिस ने इस नृशंस हत्याकांड में कड़ी कार्रवाई करते हुए उन प्रत्यक्षदर्शियों को भी जेल भेजा है, जिन्हें पूरे हत्याकांड की जानकारी दी। इसके बाद भी गंभीर रूप से घायल को अस्पताल में भर्ती नहीं कराया और पुलिस को भी सूचना नहीं दी।
महिला के प्रेम प्रसंग से आजिज होकर बेटे और भाई किया हत्याकांड डीसीपी वेस्ट विजय ढुल ने शुक्रवार को हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि पनकी कला निवासी पप्पू उर्फ दीपक का 14 जनवरी को पनकी में शव पड़ा मिला था। ईंट से सिर कूचकर पप्पू की नृशंस हत्या की गई थी। मामले में रिपोर्ट दर्ज करके पुलिस ने जांच शुरू की तो सामने आया कि पनकी कला निवासी पंकज उर्फ गोलू की मां बिट्टी उर्फ आशा का मृतक से प्रेम संबंध था। पप्पू आए दिन नशे की हालत में घर में घुस जाता और सार्वजनिक रूप से जलील करता था। मोहल्ले में बेइज्जती के चलते बिट्टी के भाई बदन सिंह और बेटा पंकज उर्फ गोलू ने हत्याकांड को अंजाम दिया। बिट्टी को हत्याकांड की पूरी जानकारी होने के चलते उसे भी साजिश का आरोपी बनाया गया है। पुलिस ने हत्याकांड का खुलासा करते हुए तीनों आरोपियों को अरेस्ट कर लिया।
सूचना छिपाने पर चार प्रत्यक्षदर्शियों को भी जेल इस हत्याकांड के संबंध में थाना पनकी पर एक अन्य मुकदमा धारा 202 के तहत भी दर्ज करके चार लोगों को अरेस्ट किया गया है। डीसीपी वेस्ट ने बताया कि हत्याकांड के दौरान इलाके के शशांक सक्सेना, जीतू उर्फ जितेन्द्र, देवेन्द्र उर्फ जैकी और सतेन्द्र सिंह के सामने हत्या हुई थी। इन लोगों ने न ही पुलिस को सूचना दी और गंभीर रूप से घायल को अस्पताल भी नहीं पहुंचाया। हत्याकांड को छिपाए रखा। इसके चलते इन चारों के खिलाफ भी रिपोर्ट दर्ज करके जेल भेज दिया गया।
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