प्रसव सेवा देने वाली एएनएम को मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बांटी पीपीआईयूसीडी और आईयूसीडी किट
उरई(जालौन)। स्वास्थ्य उपकेंद्र पर प्रसव कराने में प्रशिक्षित एएनएम को परिवार नियोजन में काम आने वाली सामग्री वितरित की गई। सामग्री वितरित करते हुए मुख्यचिकित्सा अधिकारी डॉ एनडी शर्मा ने एएनएम को निर्देशित किया कि प्रसव के लिए आने वाली महिलाओं को परिवार नियोजन के बारे में प्रेरित किया जाये| मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यचिकित्सा अधिकारी ने कहा कि प्रसव के उपरांत महिलाओं को परिवार नियोजन के लाभबताते हुए उन्हें कोई न कोई स्थायी या अस्थायी परिवार नियोजन साधन अपनाने के लिएप्रेरित करें। एएनएम को आईयूसीडी (कॉपर-टी) किट और प्रसव उपरांत आईयूसीडी में उपयोग की जानेवाली फोरसिव औजार दिया गया है। इसका उपयोग सावधानी से करें और अपना काम जिम्मेदारी से करें अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी परिवार कल्याण डॉ एसडी चौधरी ने बतायाकि जिले में जिला महिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी के अलावा 54 स्वास्थ्य उपकेंद्र पर प्रसव की सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है। यहां पर प्रशिक्षित एएनएमगर्भवती की जांच के साथ उनका सुरक्षित प्रसव कराने में दक्ष है। साथ ही गर्भवास्था से लेकर बच्चे के जन्म तक लगने वाले हर टीके भी इन एएनएम के माध्यम से लगाए जाते हैं। इससे गर्भवती और शिशु को घर के नजदीक ही स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही है। साथ परिवार नियोजन की सेवाएं भी इन प्रशिक्षित एएनएम केमाध्यम से लाभार्थियों को दी जा रही है।स्वास्थ्य शिक्षा अधिकारी अरविंद सिंह ने बताया कि प्रशिक्षण में आईसभी एएनएम को परिवार नियोजन संबंधी जागरूकता सामग्री भी वितरित की गई और उन्हें निर्देशित किया कि इसे अपने स्वास्थ्य केंद्र पर लगाकर ज्यादा से ज्यादा लाभार्थियों को स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं से लाभान्वित करना है। इस दौरान डकोर, पिंडारी, रामपुरा, कुठौंद, नदीगांव, महेबा, माधौगढ़, जालौन, कदौरा आदि की 30 एएनएम को किट वितरित की गई।
Get real time update about this post categories directly on your device, subscribe now.