अमेठी| खोज यात्रा सुबह सुबह जलपुरुष राजेंद्र सिंह जी के नेतृत्व में अमेठी, लखनऊ की मालती और उज्जैनी नदी के मेल पर पहुंचीं। नदी का निरीक्षण करने के उपरांत 27 तालाबों का पुंज सुबादा में जलपुरुष जी और अन्य साथियों ने श्रमदान किया। यहां के ग्राम रामदेवपुर में एक ग्राम सभा आयोजित हुई। जिसमें यहां के ग्रामीणों, प्रधान ,जिला पंचायत सदस्य घनश्याम चौरसिया, अधिकारी आदि ने बड़ी संख्या में भाग लिया। यहां पर स्थित बंधवा तालाब को पुनर्जीवित करने के लिए जलपुरुष जी स्वयं श्रमदान करके , इसे पुनर्जीवित करने का काम शुरू करवाया है। ग्रामीणों ने बताया कि, इस तालाब की पूरी जमीन पर कब्जा था, यहां के प्रधान आरती शुक्ला ने हाईकोर्ट में लड़कर इस कब्जे को हटवाने का कार्य किया है। आरती ने कहा कि, हम इस तालाब को इस प्रकार से बनाएंगे,जिसे दुनिया के लोग देखने आए। यहां के डीसी ने कहा कि, हम इस तालाब को अमृत सरोवर बनाएंगे। हम तालाबों को पुनर्जीवित करने का कार्य जोरों से करेंगे। जलपुरुष जी ने आरती शुक्ला जी के काम को सराहा और कहा कि, इस तालाब का चिन्हीकरण, सीमांकन करना बहुत जरूरी है। इसके बाद यात्रा ” राष्ट्रीय जल विमर्श” में पहुंची। विमर्श को संबोधित करते हुए जलपुरुष राजेंद्र सिंह जी ने कहा कि, पूरी दुनिया को पानीदार बनाने के लिए सबसे पहले हमारी आंखों में पानी होना चाहिए। आज जो लोग वेपानी होकर ,उजड़ गए है,उनको पानीदार बनाने के लिए पानी का संरक्षण,प्रबंधन करना होगा। भारत को पानीदार बनाना हम सबकी साझी जिम्मेदारी है। इसके लिए राज, समाज, संत महाजन सभी को मिलकर काम करना होगा। जल बिरादरी अमेठी द्वारा आयोजित विमर्श का आज अंतिम दिन था। जिसमें यहां के पूर्व सांसद, सरकार के मुख्य सचिव , डॉ मेजर हिमांशु, अंशुमाली शर्मा, अर्जुन पांडे, अरुण तिवारी, इब्राहम खान, राजकुमार सागवान, रमेश शर्मा, दीपक मालवीय, अजीत कुशवाहा आदि बड़ी संख्या में जल बिरादरी के लोग उपस्थित रहे।
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