उरई(जालौन)। जनपद में उद्यान विभाग द्वारा संचालित प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना “पर ड्रॉप मोर काप माइकोइरीगेशन योजनान्तर्गत कृषि विज्ञान केन्द्र रूरामल्लू जालौन में एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया जिसका शुभारम्भ डा.राजीव कुमार सिंह कृषि विज्ञान केन्द्र रूरामल्लू जालौन द्वारा किया गया, जिसमें जनपद के 50 कृषकों को प्रशिक्षण प्रदान करते हुए डा.राजीव कुमार ने बताया कि बुन्देलखण्ड कम वर्षा से प्रभावित क्षेत्र है, जिसमें कृषक टपक सिंचाई पद्धति (ड्रिप) द्वारा कम पानी में प्रक्षेत्र पर लगी बागवानी / फसल की सिंचाई कर सकते है साथ ही फसल में उर्वरक का प्रयोग आवश्यकतानुसार उन्हीं पौधों में कर सकते है, जिसमें आवश्यकता हो, जिससे खरपतवार बहुत कम मात्रा में ही उगता है कृषक बन्धुओं को मिनी स्प्रिंकलर से सिंचाई करने पर होने वाले फायदे एवं संचालन से सम्बन्धित तकनीकी जानकारी प्रदान की गयी। डा.रजनीश चन्द्र मिश्र ने कृषकों को बताया कि मिनी स्प्रिंकलर एवं ड्रिप सिंचाई / पोर्टविल स्प्रिंकलर को कृषक अपनाकर कम पानी से अधिक क्षेत्रफल की सिचाई की जा सकती है, केवीके में उपस्थित डा.अमित कुमार गौतम व अन्य वैज्ञानिको द्वारा कृषकों की समस्याओं का निदान किया गया। डा. रजनीश चन्द्र मिश्र द्वारा कृषकों को के०वी०के० परिसर एवं मशरूम यूनिट का भ्रमण कराया गया।अन्त में डा.राजीव कुमार सिंह अध्यक्ष कृषि विज्ञान केन्द्र रूरामल्लू जालौन एवं आशीष कटियार जिला उद्यान अधिकारी जालौन द्वारा कृषकों को प्रमाण-पत्र वितरित कर उपस्थित कृषक बन्धुओं, वैज्ञानिको एवं प्रगतिशील कृषकों का आभार व्यक्त करते हुए कार्यक्रम का समापन किया गया। उक्त कार्यक्रम में देवीचरन कुशवाहा उद्यान निरीक्षक एवं गौरव तिवारी प्रभारी माइकोइरीगेशन तथा अन्य कर्मचारी उपस्थित रहे।
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