लखनऊ: अलीगंज निवासी एक पुलिसकर्मी को मदद का झांसा देकर जालसाज ने 60 हजार रुपये का चूना लगा दिया। ठगी का पता चलने पर पीड़ित ने रिपोर्ट दर्ज करवाई है। पुलिस के मुताबिक, हेड कॉन्स्टेबल अरविंद कुमार सचिवालय कॉलोनी अलीगंज में रहते हैं। पिछले 20 नवंबर को अरविंद के पेटीएम अकाउंट से भुगतान नहीं हो सका तो उन्होंने कंपनी के ट्विटर हैंडल पर शिकायत की थी। इस दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने उनके फोन पर कॉल कर खुद को कस्टमर केयर अधिकारी बताया और केवाईसी (KYC) प्रक्रिया पूरी करने का झांसा दिया और पेटीएम वॉलेट में रुपये फंसे होने की जानकारी दी।
इस पर अरविंद ने उसे ओटीपी बता दिया। इसके करीब दो महीने बाद बिरला फाइनैंस कंपनी से एक फोन आया। फोनकर्ता ने उन्हें पेटीएम पोस्ट पेड अकाउंट से इस्तेमाल किए गए 60 हजार रुपये जमा करने के लिए कहा। इस पर उन्होंने वॉलेट चेक किया तो उससे तीन बार में 60 हजार रुपये निकलने की जानकारी दी गई। पीड़ित ने अलीगंज थाने में अज्ञात जालसाजों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है।
बैंक मैनेजर बताकर खाते से 50 हजार उड़ाए
कुर्सी रोड स्थित अलीगंज एन्क्लेव में रहने वाली अनुपमा निगम ने अलीगंज पुलिस को बताया कि 17 फरवरी को जालसाज ने खुद को केनरा बैंक का मैनेजर बताते हुए कॉल की और उन्हें क्रेडिट कार्ड की वैद्यता समाप्त करने की जानकारी दी। इसके बाद सीवीवी नंबर समेत अन्य गोपनीय जानकारी हासिल कर खाते से 49,856 रुपये उड़ा लिए। पीड़िता ने अपनी रकम वापस मांगी तो आरोपित ने गाली-गलौज करते हुए जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने पीड़िता की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की है।
दो दिन में खाते से उड़ाए दो लाख रुपये
अलीगंज के पांडेय टोला में रहने वाली अर्चना सिंह को जालसाज ने उबर कस्टमर केयर अधिकारी बनकर फोन किया। उसने एक ऐप डाउनलोड करवाया और दो दिन में उनके खाते से दो लाख रुपये पार कर दिए। पीड़िता ने हजरतगंज स्थित साइबर सेल में शिकायत करने के साथ ही अलीगंज कोतवाली में भी रिपोर्ट दर्ज करवा दी है।
खाते से निकाले 88 हजार रुपये
महानगर निवासी प्रशांत कुमार सिंह के खाते से साइबर जालसाज ने वेरिफिकेशन के नाम पर 88,847 रुपये निकाल लिए। क्रेडिट कार्ड के नाम पर ओटीपी और गोपनीय जानकारी हासिल की थी। पीड़ित ने महानगर थाने में अज्ञात के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करवाई है।