कानपुर में एक बार फिर से खाकी पर बदनुमा दाग लगा है. लुटेरों को पकड़ने वाली कानपुर पुलिस के दरोगा और सिपाहियों ने आम जनता को ही लूट लिया. जिसके बाद कानपुर पुलिस कमिश्नर ने कार्रवाई करते हुए आरोपी दो दरोगा और एक सिपाही को निलंबित कर दिया साथ ही दोनों के खिलाफ मामला दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी करवा दी.
दरअसल, मामला कानपुर महानगर के सचेंडी थाना का है. जहां कानपुर देहात का ही रहने सत्यम शर्मा अपने घर लौट रहा था. तभी दीपू चौहान ढाबा के पास तीन पुलिसकर्मी जिसमें दो सादी वर्दी में थे, जबकि एक पुलिस की वर्दी में था. उसे रोका और उसे डरा धमका कर उससे ₹5,30,000 ले लिए. जिसके बाद सत्यम ने पुलिस को उसके साथ हुई इस लूट के विषय में जानकारी दी. जब सचेंडी थाना प्रभारी द्वारा इस मामले की जांच की गई तो आरोप सही पाए गए. जिसके बाद पुलिस आयुक्त ने कार्रवाई करते हुए तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया.
यह पुलिसकर्मी पश्चिम जोन मुख्यालय पर तैनात उपनिरीक्षक यतीश कुमार, हेड कांस्टेबल अब्दुल राफे और थाना सचेंडी पर तैनात उपनिरीक्षक रोहित सिंह हैं. इन सभी के खिलाफ सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर लिया गया है. तीनों पुलिसकर्मियों को हिरासत में लिया गया है.
आरोपियों के खिलाफ विभागीय दंडात्मक कार्रवाई
इस मामले में कानपुर पश्चिम जोन के डीसीपी विजय ढुल ने बताया कि आरोप सही पाए जाने पर तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित करते हुए उनके ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया है और विभागीय दंडात्मक कार्रवाई भी प्रारंभ कर दी गई है.
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