उमेश पाल हत्याकांड में UP पुलिस को सोमवार सुबह बड़ी कामयाबी मिली। प्रयागराज में कौंधियारा के लालपुर इलाके में इस हत्याकांड से जुड़े दूसरे आरोपी शूटर विजय उर्फ उस्मान चौधरी को एनकाउंटर में मार गिराया। उस्मान ने ही उमेश पाल पर सबसे पहले गोली चलाई थी। वह CCTV में नजर आया था।
यह 8 दिन में दूसरा एनकाउंटर है। इससे पहले 27 फरवरी को बदमाश अरबाज को एनकाउंटर में मार गिराया था। अरबाज शूटरों को कार से घटनास्थल पर ले गया था। उमेश की हत्या 24 फरवरी को करीब 7 शूटर्स ने की थी। 7 बैकअप में थे।
उस्मान की फायरिंग में एक सिपाही नरेंद्र भी जख्मी हो गया, जबकि जवाबी फायरिंग में उस्मान को गोली लगी। पुलिस उसे तुरंत SRN हॉस्पिटल लेकर आई। वहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
करीब 7 घंटे बाद लखनऊ में पुलिस की प्रेस कॉफ्रेंस
सोमवार तड़के हुए इस एनकाउंटर के करीब 7 घंटे बाद लखनऊ में एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने प्रेस कॉफ्रेंस की। उन्होंने बताया कि प्रयागराज में जवाबी फायरिंग में उस्मान को गोली लगी। हॉस्पिटल में इलाज के दौरान मौत हो गई। एडीजी ने कहा कि इस हत्याकांड से जुड़ा हुआ कोई भी शख्स बक्शा नहीं जाएगा। चाहे वह जितना रसूख वाला हो।
अतीक का शार्प शूटर था, धर्म परिवर्तन की जांच
24 फरवरी को जैसे ही उमेश गाड़ी से उतरा, उस्माम ने उस पर फायरिंग की थी। उस्मान की गोली लगते ही उमेश जमीन पर गिर गया। पुलिस ने उस्मान पर 50 हजार का इनाम रखा था। उस्मान अतीक गैंग का शार्प शूटर था।
चर्चा है कि अतीक गैंग को ज्वाइन करने के बाद धर्म परिवर्तन करके विजय चौधरी से उस्मान बन गया था। हालांकि, एडीजी ने कहा कि इसकी जांच की जा रही है।
लालापुर में छिपा था उस्मान, पुलिस ने घेरा
प्रयागराज SOG और पुलिस के मुताबिक, उस्मान प्रयागराज के कौंधियारा के लालापुर में छिपा था। वह लालापुर का ही रहने वाला था। यहां SOG की टीम ने घेराबंदी की, तो उस्मान ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में गोली लगी। बताया जा रहा है कि उसको दो गोली लगी है। हालांकि, पुलिस की तरफ से इसकी कोई पुष्टि नहीं की गई।
मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल को किया गया सील उधर, सोमवार को प्रयागराज के मुस्लिम बोर्डिंग हॉस्टल को सील कर दिया गया है। सभी 107 कमरों को खाली करा दिया गया है। बता दें कि इसी हॉस्टल के कमरा नंबर 36 में उमेश पाल हत्याकांड की प्लानिंग हुई थी। इस कमरे में सदाकत खान अवैध तरीके से रह रहा था। पुलिस के अनुसार यहां कई तरह की अवैध गतिविधियों की जानकारी मिली थी। जिसके बाद हॉस्टल को सील कर दिया गया है।
2020 में की थी उस्मान ने शादी
उस्मान कौंधियारा के बमौखर गांव का रहने वाला था। 2020 में उसने गांव की ही एक लड़की को भगाकर शादी की थी। इस समय वह घुरपूर इलाके में पत्नी के साथ किराए के कमरे में रहता था। उस्मान के पिता का नाम वीरेंद्र चौधरी है। वह चार भाई में तीसरे नंबर पर था। बड़ा भाई राकेश चौधरी भी वाहन चोर बताया जा रहा है। वह अभी जेल में बंद है। बाकी, दो भाई अजय और विपिन डीजे बजाने का काम करते हैं। उस्मान पहले वाहन चोर था। इसके खिलाफ प्रयागराज के कीडगंज थाने में कई मुकदमें दर्ज थे।
एनकाउंटर के बाद ट्वीट…
केशव मौर्य: प्रयागराज के उमेश पाल और उनकी सुरक्षा में लगे जवानों की हत्या करने वालों की तलाश में लगी पुलिस टीम को बधाई! घटना से जुड़े एक-एक अपराधी चाहे पाताल में छुप जाएं, उन्हें पकड़कर कठोर कानूनी कार्रवाई होगी!
ब्रजेश पाठक: पुलिस STF लगातार लगी हुई है। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई में एक बदमाश को मार गिराया। एक-एक अपराधी को सजा मिलेगी यही हमारी प्रतिबद्धता है।
7 शूटर्स थे; दो मारे गए, 5 फरार
उमेश पाल हत्याकांड में 7 शूटर्स शामिल थे। इनमें से दो का एनकाउंटर कर दिया है। 5 की तलाश की जा रही है। इन पर पुलिस ने इनाम राशि को रविवार को बढ़ाकर ढाई-ढाई लाख कर दिया था। इनके अलावा, अतीक अहमद, उसकी अशरफ पत्नी शाइस्ता परवीन, उसका भाई अशरफ और उनके बेटे समेत कई लोगों को आरोपी बनाया है। अतीक अहमद अहमदाबाद और अशरफ बरेली की जेल में बंद है। अतीक के बेटे हत्याकांड के बाद से फरार हैं।
उमेश पाल हत्याकांड का दूसरा एनकाउंटर, पहले ड्राइवर का हुआ था
इस हत्याकांड में पुलिस ने 27 फरवरी को भी एक बदमाश अरबाज को एनकाउंटर में मार गिराया था। दावा किया कि अरबाज शूटरों को कार से घटनास्थल पर ले गया था। फिर वारदात के बाद वापस चकिया लेकर आया था। 27 फरवरी को सुलेमसराय के नेहरू पार्क के पास अरबाज का एनकाउंटर किया गया था।
44 सेकेंड में उमेश पाल हत्याकांड दिया था अंजाम
प्रयागराज में 24 फरवरी को उमेश पाल और उनके 2 गनर की बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। उमेश के गाड़ी से उतरते ही बदमाशों ने उन पर फायरिंग कर दी थी। बदमाशों ने इस हत्याकांड को 44 सेकेंड में अंजाम दिया था। उमेश और एक गनर की मौके पर मौत हुई। जबकि एक गनर की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई थी।
योगी ने कहा था- माफिया को मिट्टी में मिला देंगे उत्तर प्रदेश विधानसभा में शनिवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव के बीच जमकर बहस हुई। CM योगी ने सदन में कहा, ‘हम माफियाओं के खिलाफ हैं, उन्हें मिट्टी में मिला देंगे। हम किसी भी माफिया को नहीं छोड़ेंगे।’ उन्होंने कहा कि सपा ने ही अतीक अहमद को प्रश्रय दिया है। अपराधी को सांसद बनाओ फिर तमाशा करो। मुख्यमंत्री ने कहा कि सपा माफियाओं की पोषक है। राजू पाल हत्याकांड में अतीक अहमद दोषी है, उसे सपा ने विधायक बनाकर प्रश्रय दिया।
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