मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने गर्मी से बचाव के लिए पर्याप्त इंतजाम रखने के निर्देश दिए
उरई(जालौन)। गर्मी में मौसम में हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए स्वास्थ्य विभाग ने एडवाइजरी जारी की है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनडी शर्मा ने सभी स्वास्थ्य केंद्रो के चिकित्सा प्रभारियों को निर्देशित किया है कि मार्च माह और गर्मी के मौसम में अधिक तापमान की संभावना को देखते हुए आवश्यक दवाओं का इंतजाम रखे। साथ ही चिकित्सा इकाइयों में शुद्ध पेयजल की उपलब्धता और शीतक उपकरण (कूलर), एसी आदि की क्रियाशीलता सुनिश्चित करें। उन्होंने रोगी और तीमारदारों के लिए छायायुक्त शेल्टर बैठने की व्यवस्था सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि हीट वेब की वजह से हीटस्ट्रोक, हीट रैश की समस्या हो सकती है । तापमान बढ़ने की वजह से कमजोरी लगना, चक्कर आना, उबकाई, पसीना आना, पसीना आना बंद होना, बेहोशी आदि के लक्षण हो सकते हैं। ऐसे में सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने कहाकि गर्मी के मौसम में ज्यादा से ज्यादा पानी पीए। प्यास न भी हो, तब भी पानी का सेवन करें। यात्रा करते वक्त पानी अवश्य साथ में लेकर चले। घर में पानी हुए पेय पदार्थ, चावल, पानी में नीबू, छाछ, संतरा, अंगूर, ककड़ी, खीरा आदि का ज्यादा सेवन करें। हल्के रंग के सूती कपड़े पहने। धूप में निकलते वक्त छतरी, चश्मे, टोपी आदि का प्रयोग करें। यदि खुले में काम कर रहे है तो ढीले कपड़े पहने और छाते का प्रयोग करें। यथासंभव हवादार स्थानों पर रहे। सूर्य की सीधी रोशनी और गर्म हवा रोकने का उचित प्रबंध करें। जानवरों के लिए भी छायादार स्थान के साथ पर्याप्त पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करें।
जोखिम वाले व्यक्ति के लिए खास निर्देश
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनडी शर्मा ने बताया कि एक वर्ष के कम आयु के बच्चे, गर्भवती महिला, ह्दय व ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे व्यक्ति, ऐसे व्यक्ति जो ठंडे क्षेत्र से गर्म क्षेत्र में आए हो ऐसे लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्होंने सलाह दी है कि दोपहर 12 बजे से छह बजे तक सीधी सूर्य की रोशनी में न जाए। नंगे पैर जाने से बचे। अधिक प्रोटीन वाले खाद्य पदार्थों के सेवन से बचे और सादा भोजन करें। शराब, चाय, काफी, साफ्ट ड्रिंक के प्रयोग से भी बचे।
Get real time update about this post categories directly on your device, subscribe now.