औरैया: जिले में रुपयों की जरूरत पर अपनी गर्लफ्रेंड के साथ मिलकर चाचा के लड़के ने ही मासूम का अपहरण कर लिया। पुलिस ने रात में जाल बिछाया और फिरौती वाली कॉल की डिटेल से कड़ी जोड़ी। एक पुलिस टीम ने लोकेशन के आधार पर कासगंज से मासूम और अपहरणकर्ता महिला समेत तीन लोगों को पकड़ लिया। वहीं, मुख्य आरोपी चाचा का लड़का, जो फिरौती की रकम लेने आया था, उसे पुलिस ने मुठभेड़ में गिरा दिया। पैर में गोली लगने से उसे सीएचसी में भर्ती कराया गया। मासूम को माता-पिता के सुपुर्द कर दिया गया।
दिबियापुर के कनारपुर गांव निवासी आलोक दुबे का पांच साल का बेटा अभिनय (युग) बुधवार सुबह घर के बाहर खेल रहा था और कुछ देर बाद वह गायब हो गया। दोपहर बाद फिरौती के लिए फोन आया और बीस लाख की डिमांड की गई। फिरौती की डिमांड के बाद घर में कोहराम मच गया। इकलौते बेटे के अपहरण से मां निधि का रो-रो कर बुरा हाल था। एसपी चारु निगम ने टीम बनाकर मासूम की तलाश की। जिस नम्बर से फिरौती की डिमांड हुई, वह बन्द जा रहा था। पुलिस ने उसकी कॉल डिटेल निकाली। इसके बाद दो बार और अलग अलग नम्बर से फिरौती की डिमांड हुई।
पुलिस ने मासूम के पिता आलोक के साथ मिलकर जाल बिछाया। फोन करने वाले ने एरवाकटरा के छिबरामऊ मोड़ की पुलिया के पास रकम लाने को कहा। इधर, पुलिस कॉल करने वाली लोकेशन ट्रेस की तो वह कासगंज की निकली। एक नम्बर, जिससे फिरौती मांगी गई, वह कुछ देर के लिए खुला। इससे पुलिस ने सटीक लोकेशन में कासगंज पुलिस की मदद से दबिश दी तो कासगंज निवासी राहुल के घर पर मासूम सकुशल मिला। घर से अपहरण में शामिल राहुल और कन्हैया और एक महिला सम्पा खातून को गिरफ्तार कर लिया।
उधर, मुख्य आरोपी आलोक के चाचा का बेटा विशाल पुत्र राघवेंद्र फिरौती की रकम लेने आया था। यहां पर पुलिस ने घेराबंदी की तो उसने पुलिस और फायर कर दिया। जबाबी फायरिंग में विशाल के पैर में गोली लगी और वह गिर पड़ा। पुलिस ने उसे सीएचसी एरवाकटरा में भर्ती कराया, जहां उसका उपचार किया गया।