मेरठ में 2 हजार रुपए के मोबाइल के लिए भतीजे ने चाचा को ईंट से कूचकर मार डाला। शनिवार को चाचा-भतीजे में किसी बात को लेकर विवाद हुआ। इससे गुस्साए चाचा ने भतीजे के कीपैड वाले फोन को फेंक दिया। फोन टूटने से भतीजा नाराज हो गया और ईंट से चाचा पर तीन से चार बार वार कर बुरी तरह से घायल कर दिया।
हमले से चाचा बेहोश होकर गिर गया। परिजन तत्काल अस्पताल लेकर गए। वहां से उसे मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। जहां देर रात इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। सूचना मिलने पर पहुंची पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है। पुलिस ने आरोपी भतीजे को भी गिरफ्तार कर लिया है। पूरा मामला लिसाड़ी गेट थाना क्षेत्र के श्यामनगर का है।
एक ही घर में रहते हैं चाचा-भतीजा
मृतक का नाम इसरार है। उसके परिवार में उसका भाई नियाज, भतीजा दीन मोहम्मद (20), भतीजी सगुफ्ता (16) और मां सर्वरी रहते हैं। दीन मोहम्मद के मां की काफी समय पहले मौत हो चुकी है। पिता बीमार रहने के कारण ज्यादातर बेड पर ही पड़े रहते हैं। दादी बाहर मजदूरी करके घर चलाती हैं। दीन मोहम्मद गैस सिलेंडर को पेंट करने का काम करता है।
कहासुनी के बाद बढ़ गया विवाद आरोपी की दादी सर्वरी ने बताया, “घर पर सिर्फ दीन और इसरार ही थे। मैं बाहर मजदूरी पर गई थी। दीन का पिता घर के दूसरे कमरे में सो रहा था। शाम में करीब 5 बजे की बात है। मैं घर पहुंची तो देखा कि आंगन में इसरार का शव पड़ा हुआ है। सिर से खून निकल रहा है। पास में मेरी पोती बैठकर रो रही थी। उसने बताया कि भाई दीन मोहम्मद ने चाचा को ईंट से पीट-पीटकर मार डाला।
बात करते करते दोनों में हाथापाई होने लगी
दीन की बहन सगुफ्ता ने बताया, “चाचा ने भाई दीन को बात करने के लिए बुलाया था। आंगन में दोनों बैठकर बात कर रहे थे। इसी बीच चाचा ऊंची आवाज में बात करने लगे। आवाज सुनकर मैं भी कमरे से बाहर निकल आई थी। चाचा तेज-तेज चिल्लाने लगे। देखते ही देखते दोनों एक-दूसरे को भला-बुरा कहने लगे। मैं दोनों को समझा रही थी कि शांत हो जाओ, लेकिन मेरी एक न सुनी। दोनों एक-दूसरे को पीटने लगे।”
चाचा को मारने के बाद घर से भाग गया था दीन
सगुफ्ता ने बताया, “इसके बाद गुस्से में आकर चाचा ने टेबल पर रखा भाई का फोन उठाकर आंगन में फेंक दिया। मोबाइल गिरने से टूट गया। इसके बाद भाई आग बबूला हो गए। उन्होंने पास में रखी ईंट उठाई और चाचा के सिर पर मार दी। चाचा के सिर पर तीन से चार बार हमला किया और भाग गए। चाचा वहीं पर खून से लथपथ होकर गिर पड़े।”
सिर से खून ज्यादा बहने से हुई इसरार की मौत
चाचा की हत्या के बाद भतीजा दीन मोहम्मद घर से भाग गया। पास में पड़ी बहन रो रही थी। तब तक दादी पहुंची। उन्होंने आस-पास के लोगों को आवाज देकर बुलाया। लोग जल्दी से इसरार को नजदीकी अस्पताल लेकर गए। वहां से देर शाम मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया गया। सिर से खून का रिसाव ज्यादा हो गया था, इसलिए इलाज के दौरान देर रात इसरार की मौत हो गई।
इधर, घटना की जानकारी पुलिस को दी गई। पुलिस हॉस्पिटल पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। उधर, देर रात फिर से दीन मोहम्मद घर पर आया और सो गया। जानकारी पर पुलिस घर पहुंची और आरोपी भतीजे दीन मोहम्मद को गिरफ्तार कर लिया। दादी ने ही पोते के खिलाफ हत्या का केस लिखवाया है।
दादी ने कहा- मेरा सहारा चला गया आरोपी की दादी ने कहा-मेरा तो परिवार खत्म हो गया। सब कुछ बर्बाद हो गया। मेरा सहारा छीन गया है। एक बेटा बीमार है, जो कि बेड पर ही पड़ा रहता है। उसे पालना है, पोती का लालन-पालन करना है। पोते अब जेल में है। अब मुझे रोटी देने वाला कोई नहीं है। मुझे तो बाहर वाले खाने पीने को पूछ रहे हैं।
थाना प्रभारी बोले- मोबाइल के लिए ले ली चाचा की जान
थाना प्रभारी लिसाड़ी गेट कुलदीप सिंह ने बताया, ‘मोबाइल की कीमत सिर्फ दो हजार रुपए थी। कहासुनी होने पर गुस्से में इसरार ने भतीजे के मोबाइल को फेंक दिया था। इस पर दीन मोहम्मद ने हमला कर दिया। आरोपी भतीजे को पकड़ लिया गया है। आगे की कार्रवाई की जा रही है।”
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