उरई(जालौन)। जिलाधिकारी के निर्देश पर जिला प्रोबेशन अधिकारी अमरेंद्र कुमार के मार्ग निर्देशन में महिला कल्याण विभाग द्वारा बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ योजनान्तर्गत बालिका के जन्म के प्रति समाज में सकारात्मक सोच को बढ़ावा देने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कालपी में कन्या जन्मोत्सव कार्यक्रम महिला कल्याण विभाग से महिला शक्ति केंद्र से महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर द्वारा आयोजित किया गया। महिला कल्याण अधिकारी एवं जिला समन्वयक प्रियंका व नीतू यादव द्वारा 05 नवजात कन्याओं की माताओं को बेबी किट व कन्या बधाई पत्र देकर सम्मानित किया गया एवं कन्या सुमंगला योजना से भी जोड़ा गया।
इस अवसर पर महिला कल्याण अधिकारी अलकमा अख्तर ने बताया कि कन्या सुमंगला योजना के अन्तर्गत सरकार द्वारा 06 चरणों में आर्थिक मदद उपलब्ध करायी जाती है। इस योजना से बाल विवाह, लिंग भेदभाव जैसी कुप्रथा का भी अंत होगा। उन्होने बताया कि पीसीपीएनडीटी एक्ट भारत में कन्या भू्रण हत्या और गिरते लिंगानुपात को रोकने के लिए भारत की संसद द्वारा पारित संघीय कानून है। उन्होने घरेलू हिंसा, बाल विवाह, लिंग परीक्षण, कन्या भू्रण हत्या आदि के बारे में विस्तार बताया। उन्होने घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 के बारे में बताते हुए कहा कि इस अधिनियम का उद्देश्य घरेलू हिंसा से बचाना एवं पीड़ित महिलाओं को कानूनी सहायता उपलब्ध कराना हैं। उन्होने कहा कि बेटा/बेटी में भेदभाव न करें, दोनों को समान शिक्षा दें, जिससे बेटियां भी अपने पैरों पर खड़ा होकर परिवार, समाज एवं देश का नाम रोशन करें। उन्होने यह भी कहा कि जहां भी महिलाओं का समाज में उत्पीड़न हो, उसका कड़ा विरोध करें। उन्होने बताया कि पीसीपीएनडीटी एक्ट भारत में कन्या भू्रण हत्या और गिरते लिंगानुपात को रोकने के लिए भारत की संसद द्वारा पारित संघीय कानून है।उन्होने घरेलू हिंसा, बाल विवाह, लिंग परीक्षण, कन्या भू्रण हत्या आदि के बारे में विस्तार से बताया। महिलाओं की सुरक्षा के दृष्टिगत हेल्पलाइन नम्बर 1090 वूमेन पावर लाइन, 181 महिला हेल्पलाइन, 1076 मुख्यमंत्री हेल्पलाइन, 112 पुलिस आपातकालीन सेवा, 1098 चाइल्ड लाइन, 102 स्वास्थ्य सेवायें एवं 108 एम्बूलेंस सेवाओं के बारे में बताया।इस अवसर पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कालपी के चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर उदय कुमार, स्टाफ नर्स अनंत मोहिनी एवं स्वास्थ्य कर्मी एवं समस्त स्टाफ उपस्थित रहे।