जिले में चलाया जाएगा टीबी मुक्त पंचायत अभियान
उरई(जालौन)। विश्व स्वास्थ्य संगठन के मंडलीय सलाहकार डॉ एजिल अरासन ने मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनडी शर्मा से राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम को लेकर चर्चा की। जिसमें जनवरी 2023 से मार्च 2023 तक टीबी उन्मूलन के त्रैमासिक अभियान के बारे में चर्चा की। मंडलीय सलाहकार ने बताया कि जिले में टीबी उन्मूलन अभियान ठीक चल रहा है। जालौन जनपद प्रदेश के टॉप ट्वंटी जिलों में शामिल है। जिले की प्रदेश में 16 वीं रैंक है। यह जिले के लिए बड़ी उपलब्धि है। जबकि दिसंबर 2022 में जिले की रैंकिंग 62 थी। मंडलीय सलाहकार ने डकोर ब्लाक के मड़ोरा उपकेंद्र पर तैनात सीएचओ आराधना से भी मुलाकात की और उन्हें टीबी अभियान में किए जा रहे कार्यों के बारे में जानकारी ली।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ एनडी शर्मा ने बताया कि जनपद में टीबी मुक्त पंचायत अभियान चलाया जाएगा। इस अभियान में ग्राम प्रधनों और आशा कार्यकर्ताओं की मदद से लोगों को टीबी के लिए जागरुक किया जाएगा। साथ ही स्क्रीनिंग कर टीबी के संभावित लक्षण वालों की सूची भी बनाई जाएगी। जांच में टीबी की पुष्टि होने पर उनका निक्षय पोर्टल पर पंजीकरण कर पीड़ित का इलाज भी शुरू कर दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि क्षय मुक्त भारत बनाने के लिए पहले ग्रामपंचायतों को क्षय मुक्त किया जाना जरूरी है। जिले के अस्पतालों, स्वास्थ्य केंद्रों पर निशुल्क स्क्रीनिंग के साथ जांच और इलाज की सुविधा उपलब्ध है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने विश्व स्वास्थ्य संगठन के सलाहकार को जिले के टीबी इंडीकेटरों के बारे में बताया।
जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. देवेंद्र कुमार भिटौरिया ने बताया कि जिले में ग्रामीण स्तर पर 144 सामुदायिक स्वास्थ्य अधिकारियों (सीएचओ) द्वारा टीबी की स्क्रीनिंग कर मरीजों को रेफर किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि इस समय 1935 टीबी मरीज उपाचाराधीन है। यदि किसी मरीज को लगातार बुखार आ रहा है, खांसी में बलगम आ रहा है और वजन कम हो रहा है तो ऐसे मरीजों को अपनी टीबी की जांच जरूर करानी चाहिए। यह जांच सरकारी अस्पतालों में मुफ्त होती है।
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