लखनऊ: माफिया अतीक अहमद पर एसटीएफ व पुलिस के बाद अब आतंकवाद निरोधक दस्ता (एटीएस) का भी शिकंजा कसता नजर आ रहा है। एटीएस की एक टीम ने शुक्रवार को अतीक अहमद से उसके आतंकी संगठनों व आइएसआइ से रिश्तों को लेकर लंबी पूछताछ की। एटीएस अतीक अहमद के विरुद्ध यूएपीए (विधि विरुद्ध क्रियाकलाप निवारण अधिनियम) के तहत जल्द केस दर्ज कर सकता है।
इससे पूर्व एटीएस कुछ बिंदुओं पर अपनी पड़ताल कर रही है। इनमें विशेषकर अतकी के पाकिस्तान से हथियार खरीदने को लेकर पड़ताल तेज की गई है। पाकिस्तान से मंगाए गए कुछ असलहों की बरामदगी का प्रयास भी किया जा रहा है। अतीक गिरोह के कई सक्रिय सदस्यों की भी तलाश तेज की गई है।
प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या के मुकदमे के विवेचक को दिए बयान में अतीक अहमद ने उसके संबंध पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ व आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से होने की बात स्वीकार की थी। पाकिस्तान के हथियार खरीदने की बात भी स्वीकारी थी। इसके बाद से ही एटीएस व अन्य खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हो गई हैं।
गुड्डू मुस्लिम की तलाश तेज
डीजीपी मुख्यालय भी पूरे मामले में चल रही कार्रवाई पर नजर बनाए हुए है। दूसरी ओर उमेश पाल की हत्या के मामले में झांसी में गुरुवार को पुलिस मुठभेड़ में अतीक अहमद के बेटे असद व शूटर गुलाम को मार गिराने के बाद एसटीएफ ने फरार शूटर गुड्डू मुस्लिम की तलाश तेज की है।
फरार शूटरों तक पहुंचना बहुत जरूरी
बीते दिनों गुड्डो झांसी भी आया था, जिसके बाद वह राजस्थान गया था। गुड्डू के अलावा दो अन्य फरार शूटर साबिर व अरमान की तलाश के लिए दूसरे राज्यों की पुलिस से भी संपर्क साधा गया है। तीनों पर पांच-पांच लाख रुपये का इनाम घोषित है। एसटीएफ के लिए उमेश पाल की हत्या की साजिश व घटना से जुड़े कई अन्य तथ्यों की तह तक पहुंचने के लिए फरार शूटरों तक पहुंचना बहुत जरूरी है।
लखनऊ के बिल्डर ने शाइस्ता को दिए थे 80 लाख
उमेश पाल की हत्या के दाैरान अतीक अहमद के कई करीबियों ने उसके परिवार को मोटी रकम पहुंचाई थी। एसटीएफ उसके कई मददगारों की भी गहनता से छानबीन कर रही है। सूत्रों का कहना है कि एसटीएफ को पुख्ता जानकारी मिली है कि लखनऊ के बिल्डर मुस्लिम खान ने अतीक की पत्नी शाइस्ता को 80 लाख रुपये पहुंचाए थे।
वहीं पहले जांच में यह भी सामने आया था कि उमेश पाल की हत्या केे लिए अतीक का बेटा असद लखनऊ से एक बिल्डर की फार्च्यूनर गाड़ी से प्रयागराज गया था। पूरे प्रकरण में एसटीएफ कुछ अन्य लोगों की भूमिका की भी गहनता से जांच कर रही है।
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