उरई(जालौन)। भारत रत्न संविधान निर्माता शोषित और पीड़ितों के मसीहा डाॅ0 भीम राव अम्बेडकर की जयंती पर आयोजित मुहल्ला राजेन्द्र नगर स्थिति बैंकर्स काॅलोनी स्थित पार्क का नाम सर्वसम्मति से बाबा साहब अम्बेडकर पार्क रखने का प्रस्ताव पास किया। इस दौरान एडीआर के प्रदेशकाॅर्डीनेटर एवं वरिष्ठ पत्रकार अनिल शर्मा ने कहा कि अम्बेडकर जयंती के दिन राजकीय अवकाश तो है। लेकिन इस दिन भी दलित समाज के लोग नालियां साफ करते तथा खचरा उठाते दिखाई दिये। यह वह तकलीफ देय है। श्री शर्मा ने कहा कि जिस तरह रामनवमी, जन्माष्टमी, शिवरात्रि और ईद के अवसर पर सरकारी अवकाष तो होता ही है लेकिन हिन्दू और मुसलमान समुदाय के लोग अपने अपने पर्व का अपने घरों में हंसी खुशी से मनाते है। उसी तरह दलितों शोषितों और पीड़ितों के मसीहा भारत रत्न बाबा साहब अम्बेडकर की जयंती पर सरकार राष्ट्रीय अवकाशतो करती है। लेकिन यह भी नियम बनाना चाहिये दलित समाज उस दिन सिर्फ उत्सव मनायेगा न नाली साफ करेगा और न ही कचड़ा उठायेगा। इस अवसर पर पूर्व आईआरएस अधिकारी और बुन्देलखण्ड विकास बोर्ड के सदस्य शम्भू दयाल ने कहा कि दलित समाज के जो आईएएस और आईपीएस अधिकारी बन जाते है। वह बचपन से अधिकारी बनने के पहले तक दलित होने की पीड़ा भोगते है। उसे अफसर बनते ही भुला देते है। और अपने ड्राइंग रूम में मैले कुचेले कपड़े पहने धूल भरे पांव वाले अपनी ही बिरादरी के दलितों को प्रवेश बंद करा देते है। अगर 1952 से लेकर आजतक जितने भी आईएएस व आईपीएस बने है उन्होने शोषित पीड़ित समाज के दर्द को याद रखा होता तो बिना सरकारी मदद के भी वे दलित शोषित पीड़ित समाज के जीवनकोबदल सकते है। इस अवसर पर पूर्व बार संघ अध्यक्ष दयाराम अहिरवार ने कहा बाबा साहब दमन शोशण की चक्की को बंद करना चाहते थे। वे चाहते थे कि दलित समाज की प्रत्येक लड़का लड़की शिक्षित बने क्योंकि शिक्षा ही उन्हें ताकतवर व्यक्ति बना सकती है। पूर्व प्राचार्य माता प्रसाद प्रजापति ने कहा कि दलित और षोशित समाज को सर पर हंडी और पीछे झाड़ू बांधकर चलना पड़ता था। इस शोशण को बाबा साहब अम्बेडकर ने समाप्त कराया। इस अवसर पर बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष शैलेन्द्र शिरोमणि ने कहा बाबा साहब का मुख्य सपना समता मूलक समाज की स्थापना रहा है। जिसे उन्होनें काफी हद तक संविधान के माध्यम से इसे पुरा करदिया है। इस अवसर पर पूर्व प्रबन्धक एसबीआई राजाराम दोहरे ने कहा जातियों की जगह सिर्फ हिन्दू होना चाहिये। उन्होने कहा हजारों सालों से हिन्दू धर्म दलित और ओबीसी महिलाओं के कंधों पर टिका हुआ है। इस अवसर पर अरूण गुप्ता नगर अध्यक्ष भाजपा, ख्याली प्रसाद पूर्व एसडीओ बीएसएनएल, संतोश कुमार, नवनीत गौतम आदि ने भी विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का संचालन शम्भू दयाल ने किया। जबकि अध्यक्षता अनिल शर्मा ने की।
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