ताजा आंकड़ों के अनुसार भारत की बेरोजगारी दर चार महीने के उच्च स्तर पर पहुंच गई है। दरअसल एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में उपलब्ध नौकरियों की तुलना में अधिक लोग वर्क फोर्स में शामिल हो रहे हैं।
रिसर्च फर्म सेंटर फॉर मॉनिटरिंग इंडिया इकोनॉमी (सीएमआईई) के डेटा के मुताबिक नेशनवाइड बेरोजगारी दर मार्च में 7.8 फीसदी से बढ़ कर अप्रैल में 8.11 फीसदी हो गई, जो दिसंबर के बाद सबसे अधिक है।
शहरी बेरोजगारी 8.51 फीसदी से बढ़ कर 9.81 फीसदी हो गई, जबकि ग्रामीण इलाकों में यह एक महीने पहले के 7.47 फीसदी से मामूली गिरावट के साथ 7.34 फीसदी रह गई। इससे पहले मार्च में भारत की बेरोजगारी दर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंच गई थी। तब ये 7.8 प्रतिशत रही थी। देश की लेबर मार्केट में गिरावट के कारण बेरोजगारी दर बढ़ी थी।
जनवरी में घटी थी बेरोजगारी दर
देश में बेरोजगारी दर दिसंबर 2022 में बढ़कर 8.30 प्रतिशत हो गई थी, लेकिन जनवरी में ये घट कर 7.14 प्रतिशत रह गई थी। मगर सीएमआईई के आंकड़ों से पता चलता है कि यह फरवरी में फिर से बढ़कर 7.45 प्रतिशत हो गई थी। मार्च के दौरान, शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर 8.4 प्रतिशत रही थी जबकि ग्रामीण क्षेत्रों में यह 7.5 प्रतिशत थी।