अनिल शर्मा + संजय श्रीवास्तव
उरई(जालौन)। कोंच/कालपी । कोंच में पालिका अध्यक्ष पद के प्रतिष्ठापूर्ण चुनाव में साइकिल और कमल के बीच सीधी टक्कर है लेकिन बसपा का हाथी इस चुनाव कमाल कर सकता है। क्योकि कुशवाहा वोट एक जुट होचुका है|मालूम हो कि कोंच में पालिका अध्यक्ष का पद सामान्य है । यहाँ समाजवादी पार्टी से सुषमा शुक्ला जो पूर्व पालिका अध्यक्ष स्व0 अशोक शुक्ला की धर्मपत्नी प्रत्याशी हैं । जबकि भारतीय जनता पार्टी ने प्रदीप गुप्ता को प्रत्याषी बनाया है । बसपा से शीतल कुशवाहा पॗत्याशी हैनिर्दलीय प्रत्याषी के रूप में विज्ञान विसारद सिरौठिया, तौषीफ अहमद, डॉ0 संजीव निरंजन,डॉ0 सुरेश गुप्ता तथा सिराजुद्दीन सहित कुल 8 प्रत्याषी चुनाव लड़ रहे है। यहाँ कुल मतदाताओं की संख्या 52 हजार है । यहाँ सबसे ज्यादा मतदाताओं की यंख्या मुस्लिम मतदाताओं की है जो लगभग 12000 जबकि वैश्य समाज की संख्या लगभग 7 हजार है । ब्राम्हण समाज की संख्या लगभग 5 हजार है । ठाकुर समाज की संख्या 1 हजार है । कायस्थ्य समाज की संख्या लगभग 800 है । जबकि दलित समाज में कोरी विरादरी की समाज की संख्या 3 हजार 500 है । धोवी विरादरी की संख्या 800 है । वाल्मीक समाज मतदाताओं की संख्या लगभग 1500 है ।जब कि अहिवार , दोहरे , जाटव समाज के वोटो कं संख् इसी तरह पिछड़ी जातियों में राठौर समाज के मतदाताओं की संख्या 3 हजार है । जबकि सुनार (सेानी) समाज के मतदाताओं की संख्या 2 हजार 500 है जबकि पटेल कुर्मी समाज की संख्या 32 सौ है । इसके अलावा प्रजापति, दर्जी, भुर्जी, एवं अन्य जातियों की संख्या लगभग 2 हजार है । कोंच में चुनाव का परिदृश्य यह है कि मुस्लिम समाज सपा प्रत्याषी सुशमा षुक्ला की तरफ लामबंद है । उन्हें अपनी ब्राम्हण जाति का 80 प्रतिषत वोट मिल जाता है । जो अन्य पिछड़ी जातियों को मिलाकर वे मुख्य मुकावले में आ जातीं हैं । सुशमा षुक्ला के पक्ष में एक बात यह है कि जब उनके पति अषोक षुक्ला किसी काम के लिये दो तीन दिन बाद की तारीख फरियादी को देते थे तो श्रीमती षुक्ला उसी समय श्री षुक्ला से कहतीं थीं काम यदि होने वाला है तो आज ही कर दो गरीब क्यों पेरषान हो । गरीबों को उनकी यह बात याद है । साथ ही स्व0 अषोक षुक्ला की सुहानुभूति लहर भी उनके पक्ष में है । उनका मुख्य मुकावला भाजपा के प्रत्याषी पॗदीप गुप्ता से माना जा रहा है । जिसमें निर्दलीय प्रत्याषी डॉ0 संजीव पटेल, पूर्व पालिका अध्यक्ष विज्ञान विसारद सीरौठिया, मुख्य रूप से मुकावले में हैं । जबकि सपा के वरिश्ठ नेता सरनाम सिंह यादव श्रीमती शुक्ला को टिकिट मिलने पर सपा छोड़कर विरोध में आ गये हैं । जहां तक डॉ0 संजीव पटेल की बात है पटेल वोट भाजपा का वोट बैंक माना जाता है लेकिन सजातीय विधायक मूलचन्द्र निरंजन के मनाने पर विधायक को डॉ0 संजीव पटेल ने स्पश्ट मना कर दिया । जिससे भाजपा प्रत्याशी की मुष्किलें बड़ गईं हैं । निर्दलीय प्रत्याषी और पूर्व पालिका अध्यक्ष विज्ञान विसारद सीरौठिया ब्राम्हणें के ताकतवर नेता है| और उनकी पैठ अन्य विरादरियों मेंभी है । इसी तरह बसपा से शीतल कुशवाहा प्रत्याशी हैं । कोंच में कुशवाहा का वोट लगभग 5 हजार है जबकि दलित समाज का वोट 2 हजार 500 है । वहरहाल भाजपा के प्रत्याशी प्रदीप गुप्ता और सपा प्रत्याषी सुषमा शुक्ला के सामने जातीय कई संकट है । आज मतदान के बाद मुख्य मुकावला सपा और भाजपा के बीच ही होता नजर आ रहा है ।लेकिन अन्तिम समय मे जिसतरह कुशवाहा समाज बसपा प्रत्याशी शीतल कुशवाहा के पक्ष में लामबंद हो गया है | जिस तरह से दलित समाज जिसके लगभग ढाई हजार मत है जी शीतल कुशवाहा की ओर जाने का मन बना चुका है इसके चलते कम से कम 1000 मत मुसलमानों का भी शीतल कुशवाहा को मिल सकता है जिसके चलते शीतल कुशवाहा इस चुनाव में कोई कमाल करें तो आया नहीं होना चाहिए|
कालपी नगर पालिका का अध्यक्ष पद पर चतुष्कोणीय मुकावला है
कालपी में कुल मतदाताओं की संख्या 46 हजार 650 है इस क्षेत्र से भाजपा से रमेश तिवारी बसपा से दीवान अतीक सिद्दीकी सपा से पूर्व पालिका अध्यक्ष कमर अहमद प्रत्याशी हैं । जबकि हाजी अजमतसपा विद्रोही प्रत्याशी के रूप में चुनाव लड़ रहे हैं । जबकि बसपा से विद्रोह कर एनुल मंसूरी जो पूर्व पालिका अध्यक्ष उरई विजय चौधरी के अजीज मित्र जलील सेठ मुम्बई वाले के करीबी रिश्ते दार है| जो ओवेसी की पार्टी से चुनाव लड़ रहे हैं । सपा से विद्रोह कर तीन वार के सभासद रह चुके अरविन्द यादव भी चुनाव मैदान में हैं । अरविन्द यादव मुस्लिम वाहुल्य क्षेत्र हैदरीपुरा राजघाट वार्ड से चुनाव जीतते रहे हैं । विशेष बात यह है कि युवा नेता ने एक वर्ष पहले से ही कालपी में अपना चुनाव अभियान षुरू कर दिया था |उनको मिलाकर कुल एक दर्जन प्रत्याषी चुनाव मैदान में हैं यदि जातिगत स्थित को देखा जाये तो इस क्षेत्र में सबसे ज्यादा मुस्लिम विरादरी के मतदाता हैं । जिनकी संख्या 16 हजार है । यहां सर्व वैश्य समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 7 हजार 500 है । ब्राम्हण समाज के मतदाताओं की संख्या लगाग 3 हजार है । जबकि ठाकुर समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 2 हजार 500 है । कायस्थ समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 1 हजार है । पाल समाज समाज के मतदाताओं की संख्या लगाग 1200 है । निसाद समाज के समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 2 हजार है । प्रजापति समाज के समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 800 है । राठौर समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 600 है । दर्जी, भुर्जी के समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 400 है । कुषवाहा के समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 600 है । पटैल कुर्मी के समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 200 है । दलितों में चौधरी समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 2 हजार 500 है । कोरी के समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 700 है । धोवी के समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 1200 है । वाल्मीक के समाज के मतदाताओं की संख्या लगभग 1500 है । भाजपा से विद्रोह कर मोन्टू विश्नोई चुनाव लड़ रहे हैं तो सपा औरबसपा में भी विद्रोही खड़े हैं । कुल मिलाकर कालपी में अध्यक्ष पद का चुनाव भाजपा, बसपा, सपा, सपा विद्रोही अरविन्द्र यादव के बीच होता नजर आ रहा है । इन चारों प्रत्याषियों में कोई भी बाजी मार सकता है ।
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