ड्यूटी पर तैनात डॉ सर्वेश राजपूत करते हैं मरीजों के साथ अमानवीय व्यवहार
उरई(जालौन)। सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामपुरा में इन दिनों लापरवाही का बोलबाला हैं। ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर भी बेलगाम हो चुके हैं। जिसका खामियाजा नगर की भोली भाली जनता को भुगतना पड़ रहा हैं। रविवार को नगर के मुन्ना खान अपनी पत्नी का प्रसव कराने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र रामपुरा पहुँचे, तो पहले तो उनकी पत्नी रवीना को दिखाने के लिए डॉक्टर का इंतजार करना पड़ा। गर्भवती महिला को प्रसव के अस्पताल में भर्ती किया। प्रसव होने के बाद इलाज में हीलाहवाली करने पर परिजनों द्वारा मरीज की हालत के बारे में अस्पताल स्टॉफ से कहा गया तो अस्पताल में मौजूद स्टॉफ द्वारा गर्भवती महिला को रैफर कर दिया गया। जिसके चलते नवजात शिशु की रास्ते मे मौत हो गई। गर्भवती महिला के पति मुन्ना खान ने अस्पताल के स्टॉफ पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाया। ये पहला वाक्य नहीं है। जनवरी माह में भी एक गड़ेरना निवासी गर्भवती महिला की अस्पताल के स्टॉफ द्वारा लापरवाही के चलते नवजात की मौत हो गई थी। अस्पताल में कोई मरीज आपातकालीन स्थिति में पहुँचता हैं तो डॉ सर्वेश राजपूत द्वारा मरीज व उसके साथ वालों से अमानवीय व्यवहार करने से बाज नहीं आते है। पूर्व में डॉ सर्वेश राजपूत के इस व्यवहार के चलते मरीज के स्वजनों के साथ मारपीट भी हो चुकी हैं। मामला थाने तक पहुँच गया था। डॉ सर्वेश राजपूत द्वारा अस्पताल की दवा कम कमीशन के चक्कर मे बाहर की दवा लिखने से परहेज नहीं करते। डॉ सर्वेश राजपूत की शिकायत कई बार चिकित्सा अधीक्षक डॉ विनय पाण्डेय से भी की गई। परन्तु उसका कोई सकारात्मक परिणाम सामने नहीं आया। अस्पताल में फैली अव्यवस्था के चलते नगर की जनता को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा हैं। नगर के सुखवीर, सोनू, गुड्डू, आसिफ आदि लोगों ने बताया कि अस्पताल की व्यवस्था भगवान भरोसे चल रही हैं। अगर कोई इन पर उँगली उठता हैं तो उसे कानूनी कार्यवाही की धमकी मिल जाती हैं। चिकित्सा अधीक्षक डॉ विनय पाण्डेय ने कहा कि अभीतक कोई शिकायत नहीं आई हैं। अगर कोई शिकायत की जाती हैं तो तत्काल प्रभाव से ड्यूटी पर तैनात स्टॉफ से जवाब मांगा जायेगा। दोषी पाये जाने पर कार्यवाही भी की जायेगी।
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