उरई(जालौन)। जिलाधिकारी चाँदनी सिंह की अध्यक्षता में रबी विपणन वर्ष 2023-24 में जनपद में गेहूं क्रय के संबंध में कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक कर संबंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिए। उन्होंने गेहूं क्रय की धीमी गति पर केंद्र प्रभारियों को फटकार लगाई, लक्ष्य को सत प्रतिशत प्राप्त करने के लिए दिए कड़े निर्देश, गेहूं क्रय में किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कार्यवाही की जाएगी। जनपद में खाद विभाग के 9, पीसीएफ के 42, यूपीएसएस के 14, पीसीयू के 8, भारतीय खाद्य निगम के 4 तथा मंडी समिति के चार कुल 80 क्रय केंद्र संचालित हैं जिन पर अभी तक 1777 कृषकों से 9353.35 मैट्रिक टन गेहूं क्रय किया गया है तथा देय भुगतान 1987.32 लाख रुपए के सापेक्ष 1760.12 लाख रुपए का भुगतान किया गया है, 227.20 लाख रुपए का भुगतान कृषकों को किया जाना अवशेष है। जनपद में 3379 कृषकों के द्वारा कराए गए पंजीयन के सापेक्ष 3315 किसानों का सत्यापन हो चुका है। जनपद में 1 अप्रैल 2023 से गेहूं क्रय प्रारंभ हुआ है, जिसकी स्थिति के अनुसार क्रय संस्था पीसीएफ के 01,पीसीयू के 06 तथा मंडी परिषद के 02 कुल 09 क्रय केंद्रों पर क्रय शून्य है भारतीय खाद्य निगम द्वारा अनुमोदन उपरांत दो क्रय केंद्रों का क्रियाशीलन सुनिश्चित नहीं कराया गया है। जनपद में गेहूं क्रय प्रारंभ होने के 40 दिन बाद भी 09 क्रय केंद्रों पर गेहूं क्रय शून्य होना आपत्तिजनक है। जिलाधिकारी ने संबंधित क्रय एजेंसियों के जिला प्रभारियों को तत्काल गेहूं क्रय सुनिश्चित कराने हेतु निर्देशित किया गया और कड़े निर्देश दिए गए कि गेहूं क्रय शासन की सर्वोच्च प्राथमिकताओं में शामिल योजना है इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही व उदासीनता क्षम्य में नहीं होगी। क्रय नीति का उल्लंघन करने अथवा गेहूं क्रय में शिथिलता व लापरवाही की स्थिति में कठोर अनुशासनात्मक विभागीय कार्यवाही सुनिश्चित कराई जाएगी। उन्होंने जिला प्रभारी भारतीय खाद्य निगम को तत्काल क्रय केंद्रों को नियमानुसार स्थापित करते हुए क्रियाशील कराने हेतु निर्देशित किया और चेतावनी दी कि गेहूं क्रय में किसी प्रकार की लापरवाही की स्थिति में क्रय नीति की व्यवस्था के अनुसार कठोर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने सभी संबंधित क्रय एजेंसियों के जिला प्रभारियों को निर्देशित किया कि अपनी संस्था के क्रय केंद्रों का नियमित रूप से अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षण करें और समस्याओं का समाधान कराते हुए तेजी से गेहूं क्रय सुनिश्चित कराएं। क्रय केंद्रों पर संपर्क रजिस्टर अपडेट रखें और केंद्र प्रभारी कृषकों से नियमित रूप से संपर्क स्थापित कर लक्ष्य के अनुरूप गेहूं क्रय करें तथा किसानों से प्राप्त फीडबैक को संपर्क रजिस्टर में अंकित करें। समस्त जिला प्रभारी अपनी संस्था के लापरवाही व शिथिलता बरतने वाले केंद्र प्रभारियों के विरुद्ध नियमानुसार कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने खाद्य विपणन अधिकारी को निर्देशित करते हुए कहा कि नियमित रूप से अनुश्रवण एवं पर्यवेक्षक करते हुए क्रय केंद्रों पर गेहूं क्रय सुनिश्चित कराएं। यह भी निर्देशित किया गया कि नियमित रूप से वस्तुस्थिति से अवगत कराते हुए क्रय नीति की व्यवस्था के अनुसार कार्यवाही सुनिश्चित कराएं। लक्ष्य के अनुरूप गेहूं क्रय कृषको को भुगतान करें गेहूं का भारतीय खाद्य निगम में संप्रदान व बिलिंग की कार्यवाही नियमानुसार सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व पूनम निगम, जिला खाद्य विपणन अधिकारी गोविंद कुमार उपाध्याय, सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता सीएल प्रजापति आदि सहित मौजूद रहे।
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