अयोध्या: 83 साल की उम्र नाती-पोतों की उंगली थाम कर चलने की होती है, उनकी तोतली बातें सुनकर, उनके साथ बैठकर किस्से कहानियां सुनाने की होती है, बारिश में उफनाई नदी में जान देने के लिए छलांग लगाने की नहीं। लेकिन जिंदगी की स्क्रिप्ट में हमेशा सब कुछ सुखद नहीं होता। शुक्रवार को धर्मनगरी अयोध्या में पुलिस ने सरयू में डूब रहे एक बुजुर्ग को पुलिस ने सरयू से कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला। वंशराम चौधरी (83) नामके इन सज्जन का पैर नदी में फिसला नहीं था, वह सरयू के पुल से छलांग लगाकर नदी में कूदे थे ताकि अपनी जान दे सकें।
समय रहते लोगों की नजर उन पर पड़ी। जल पुरुष के जवानों और स्थानीय नाविकों ने उन्हें सकुशल सरयू नदी से रेस्क्यू किया। मामला नयाघाट चौकी क्षेत्र का था। सर्दी से कांपते बुजुर्ग को चौकी ले जाया गया। वहां सूचना पाकर पहुंचे क्षेत्राधिकारी अयोध्या डॉ. राजेश तिवारी ने बुजुर्ग को पहले पहनने के दूसरे कपड़े दिए, उन्हें भोजन कराया फिर पूरी बात सुनी।
पता चला कि वंशराम चौधरी लौकिहवा बस्ती थाना रुदौली गांव के रहने वाले हैं। उनके तीन बेटे हैं। लेकिन अब उनकी पत्नी अब इस दुनिया में नहीं है। बुजुर्ग ने कहा की तीन बेटे हैं लेकिन तीनों के पास उन्हें रखने के लिए जगह नहीं थी। वह दो साल से परेशान हैं, इसी वजह से इससे पहले भी उन्होंने मरने का प्रयास किया था। वंशराम ने बताया कि उन्होंने अपना घर, अपनी सारी खेती-बाड़ी बच्चों के नाम कर दी लेकिन अब उनके लिए ही घर में कुछ नहीं बचा है। सभी बेटे अपने काम में लगे हैं। दूसरे के घर में उन्हें कोई कब तक रखता इसलिए निराश होकर उन्होंने सरयू में छलांग लगाई। उनकी सारी बात सुनने के बाद क्षेत्राधिकारी ने उन्हें समझाया-बुझाया और परिवार को भी सूचित किया।