सिर में भारीपन, बेचैनी, नींद न आए तो डाक्टर को दिखाए
हाईपरटेंशन के लगातार बढ़ रहे मामले, न बरते लापरवाही
उरई(जालौन)। जिला अस्पताल की गैर संचारी रोग (एनसीडी) सेल में इलाज के लिए आए एक 32 साल के युवक नेडाक्टर को बताया कि सिर में भारीपन रहता है। नींद भी ठीक से नहीं आती है। बेचैनी सी रहती है। जांच कराई गई तो पाया गया कि उसे हाईपरटेंशन की समस्या है। एनसीडी सेल में आने वाले तीस फीसदी मरीज हाईपरटेंशन की समस्या से ग्रसित आ रहे हैं। यह कहना है जिला अस्पताल के एनसीडी सेल में तैनात डॉ. गोपाल कृष्ण सोनी ने बताया कि अगर किसी व्यक्ति का ब्लड़ प्रेशर बढ़ता है तो उसे सावधानी बरतनी की जरूरत है। इसे नियंत्रित करने के लिए खानपान और जीवनशैली में बदलाव की जरूरत होती है। हाई ब्लड प्रेशर को काबू में करने के लिए दवाइयों से ज्यादा दूसरे वैकल्पिक उपायों पर ध्यान देना चाहिए। नियमित योगासनों का अभ्यास भी उच्च रक्त चाप की समस्या को नियंत्रित कर सकता है। योग शरीर को फिट और मस्तिष्क को शांत करने में सहायक है। उन्होंने बताया कि ब्लड प्रेशर की सामान्य स्तर 120/80 है। इससे कम ज्यादा होने पर चिकित्सक की सलाह लेनी चाहिए।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी गैर संचारी रोग डॉ वीरेंद्र सिंह का कहना है कि मरीज को हाईपरटेंशन यानी हाई ब्लड प्रेशर या उच्च रक्तचाप के कारण कई तरह की स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। उच्च रक्तचाप रोगियों को हृदय रोग व स्ट्रोक का खतरा अधिक होता है। यह ऐसी बीमारी है, जिसमें शुरुआत में कोई खास लक्षण नजर नहीं आते, लेकिन इसके प्रति जागरूक रहना बहुत ज़रूरी है| उन्होंने बताया कि 17 मई को विश्व हाइपरटेंशन दिवस मनाया जाता है जिसमें लोगों को इस बीमारी के प्रति जागरूक किया जाता हैं। 17 मई को सभी स्वास्थ्य इकाइयों पर हाईपरटेंशन दिवस मनाया जाएगा। इसके अंर्तगत रक्तचाप, मधुमेह के प्रति जागरुकता, बचाव के लिए कार्यक्रम होंगे। साथ ही जांच और स्क्रीनिंग भी की जाएगी।
इन चीजों से बढ़ता है ब्लडप्रेशर
• भोजन में नमक की अधिकता
• काफी का अत्याधिक सेवन
• स्मोकिंग की लत
• नशा या मादक पदार्थोंका सेवन
ऐसे कर सकते हैं बचाव
शारीरिक तौर पर सक्रिय न होने से भी हाइपरटेंशन के शिकार हो सकते हैं। 30 मिनट की रेगुलर एक्सरसाइज़ शरीर में बल्ड फ्लो को बनाए रखने में मदद करती है। डाईट में साबुत अनाज, फल, सब्जियां और लो फैट डेयरी प्रोड्क्टस का प्रयोग करें। सेचुरेटिड फैट और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में करने से हाई ब्लड प्रेशर को कम किया जा सकता है। मोटापा कम करना चाहिए। अत्यधिक चिंता करने से ब्लड प्रेशर की समस्या पनपने लगती है। इससे बचने के लिए ज्यादातर समय पसंदीदा कामों को करने में बिताएं। खुद को रिलैक्स रखें और पूरी नींद लें, ताकि शरीर में मौजूद तनाव रिलीज़ होने लगे।
जिले में हाईपरटेंशन के पिछले सालों के आकंडे
वर्ष कुल जांच हाईपरटेंशन के मामले
2019-20 101276 3277
2020-21 35523 1803
2021-22 43869 3088
2022-23 47178 5561