प्रयागराज. माफिया अतीक अहमद के वकील खान सौलत हनीफ के बाद अब उसके दूसरे वकील विजय मिश्रा भी मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे हैं. माफिया अतीक अहमद के मुकदमों की अदालत में पैरवी करने वाले विजय मिश्रा के खिलाफ अतरसुइया थाना पुलिस ने एक मुकदमा दर्ज किया है. विजय मिश्रा के खिलाफ माफिया अतीक अहमद के नाम पर तीन करोड़ रुपए की रंगदारी मांगने के मामले में केस दर्ज हुआ है. यह मुकदमा प्लाईवुड कारोबारी मोहम्मद सईद ने दर्ज कराई है.
आरोप लगाया फाय है कि रंगदारी नहीं देने पर जान से मारने की धमकी भी दी है. वकील विजय मिश्रा के खिलाफ आईपीसी की धारा 386, 504 और 507 के तहत केस दर्ज हुआ है. एफआईआर के मुताबिक 20 अप्रैल को कारोबारी मोहम्मद सईद को फोन पर धमकी देते हुए 3 करोड़ रुपए की रंगदारी मांगी गई थी. आरोप है कि वकील विजय मिश्रा ने सईद की दुकान से इसी साल 5 जनवरी को तकरीबन सवा लाख रुपए का सामान उधार लिया था. जिसके बाद किश्तों में कुछ पैसे लौटाए भी थे, लेकिन माफिया अतीक अहमद और अशरफ की 15 अप्रैल को हुई हत्या के बाद 17 अप्रैल को भी पैसे मांगने पर विजय मिश्रा ने गाली गलौज कर धमकी दी थी. पीड़ित कारोबारी मोहम्मद सईद ने मुकदमा दर्ज करा कर पुलिस से इंसाफ की गुहार लगाई है.
आरोपों को बताया झूठा
इस पूरे मामले में माफिया अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा का कहना है कि मेरे ऊपर लगाए गए सभी आरोप झूठे और बेबुनियाद हैं. मेरे ऊपर दबाव बनाने के लिए फर्जी तरीके से एफआईआर कराई गई है, ताकि अतीक अहमद के मुकदमों की पैरवी मैं ना कर सकूं. विजय मिश्रा के मुताबिक पुलिस प्रशासन द्वारा मामले को गलत तरीके से पेश किया जा रहा है और मुझे फंसाने की साजिश रची जा रही है. अतीक अहमद के वकील का कहना है कि टिंबर व्यापारी मोहम्मद सईद से उनके अच्छे रिश्ते थे. उनके मुताबिक करीब सवा लाख का सामान उसकी दुकान से आया था और 25 हजार एडवांस भी दिया था. एक लाख का भुगतान भी हो चुका है. सिर्फ 20 हजार का भुगतान बचा है.
पुलिस द्वारा मोबाइल किया जा रहा टेप
वकील विजय मिश्रा के मुताबिक 17 अप्रैल को सईद के मुंशी का फोन आया था, क्योंकि 2 दिन पहले अतीक अहमद की हत्या हुई थी और मेरे बगल से गोलियां गुजरी थी और मेरी मानसिक स्थिति ठीक नहीं थी. इसलिए मैंने कहा था कि मैं बाद में पेमेंट कर दूंगा. विजय मिश्रा ने पुलिस पर आरोप लगाया है कि मेरे मोबाइल को बराबर सुना जा रहा था. पुलिस को जब जानकारी हुई कि मेरा लेनदेन का मामला है, तब सईद पर दबाव डालकर मेरे खिलाफ फर्जी एफआईआर दर्ज कराई गई है. पुलिस के डर से मजबूरी में मोहम्मद सईद ने मेरे खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है. जिसके बाद पुलिस ने उसे छोड़ दिया.
CJI और CM को लिखा पत्र
विजय मिश्रा ने आरोप लगाया कि पुलिस ने पहले भी अतीक अहमद का मुकदमा न लड़ने के लिए मेरे ऊपर दबाव बनाया था. लेकिन मैंने अपने क्लाइंट का मुकदमा नहीं छोड़ा और मैं मुकदमा लड़ता रहा. जिसकी वजह से मुझे साजिश के तहत फंसाया गया है. विजय मिश्रा का कहना है कि इस मामले में उन्होंने इलाहाबाद हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भी पत्र लिखकर न्याय की गुहार लगाई है. इसके अलावा इलाहाबाद हाईकोर्ट बार के अध्यक्ष और जिला कोर्ट बार अध्यक्ष को भी पत्र लिखा है.
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