संतो के साथ यात्रा करने पर परम सौभाग्य की प्राप्ति होती है — भागवताचार्य
एमएलसी प्रतिनिधि ने किया भागवताचार्य को सम्मानित
कोंच जालौन 30 मई। संतो के साथ यात्रा करने पर परम सौभाग्य की प्राप्ति होती है इसलिए प्रत्येक व्यक्ति को संतों का साथ अवश्य करना चाहिए यह बात उनकी माता मंदिर पर चल रहे नौ कुंडीय राम महायज्ञ में श्रद्धालुओं को कथा सुनाते हुए भागवताचार्य राघव दास महाराज अयोध्या धाम ने कही।
उन्होंने श्रद्धालुओं को कथा सुनाते हुए कहा कि सत्संगति का जीवन में बड़ा महत्त्व यदि संगति अच्छी हो जाती है तो व्यक्ति श्रेष्ठ आचरण करने लगता है भगवान श्रीराम ने हमेशा श्रेष्ठ जनों की सत्संगति की और उन्होंने अपने जीवन में जो भी यात्राएं की संतों के साथ कि अयोध्या में वशिष्ठ और गुरु विश्वामित्र के साथ उन्होंने यात्रा की तो शतानंद के साथ यात्रा की इसीलिए भगवान जिस मार्ग से गए वह मार्ग सदमार्ग कहलाया। बैलेंस की यात्रा हमेशा करनी चाहिए पहली बार जनकपुर में पुष्प वाटिका में भगवान राम की भेंट सीता से हुई तो लंका में भी अशोक वाटिका में ही उनकी भेंट सीता से हुई।