प्रमुख सचिव ने बालरोग, सर्जरी, अस्थिरोग, सीएसएसडी, सेंट्रल किचन आदि का भी निरीक्षण किया
जिलाधिकारी चांदनी सिंह और मेडिकल कालेज के प्राचार्य भी रहे निरीक्षण के दौरान मौजूद
उरई(जालौन)। प्रमुख सचिव, चिकित्सा शिक्षा विभाग उत्तर प्रदेश शासन लखनऊ आलोक कुमार, जिलाधिकारी चाँदनी सिंह, प्रधानाचार्य राजकीय मेडिकल कॉलेज डा. आर. के. मौर्य एवं सम्पूर्ण चिकित्सकीय टीम की उपस्थिति में व्यापक रोगीहित, चिकित्सकीय सेवाओं में संवर्धन एवं सुधार, विभिन्न पाठ्यक्रमों में अध्ययनरत छात्र एवं छात्राओं के शिक्षक एवं प्रशिक्षण में सुधार तथा व्यवस्था सुदृढ़ीकरण के उद्देश्य से राजकीय मेडिकल कालेज का निरीक्षण किया गया। प्रमुख सचिव द्वारा बालरोग विभाग, सर्जरी विभाग, अस्थिरोग विभाग, सीएसएसडी, सेंट्रल किचन इत्यादि का निरीक्षण किया गया। पीडिया वार्ड में निरीक्षण के दौरान मरीज के परिजनों से वार्ता करते हुए चिकित्सा संस्थान द्वारा उन्हें उपलब्ध करायी जा रही चिकित्सकीय सेवाओं, उपचार, औषधि उपलब्धता, भोजन की उपलब्धता, वार्ड में साफ सफाई, नर्सिंग सिस्टर्स का व्यवहार, डाक्टर्स विजिट इत्यादि विभिन्न बिन्दुओं पर जानकारी ली गयी जिस पर परिजनों नें संतोष प्रकट किया। इसके उपरान्त प्रमुख सचिव नें चिकित्सा शिक्षा ढांचे में मूल आवश्यकताओं चिकित्सकों की उपलब्धता, नर्सिंग एवं पैरामेडिकल्स की उपलब्धता, पैरामेडिकल पाठ्यक्रमों का संचालन इत्यादि विभिन्न बिन्दुओं पर नर्सिंग कालेज की प्रधानाचार्या डा. रीना कुमारी तथा अन्य वरिष्ठ चिकित्सा शिक्षकों एवं अधिकारियों की उपस्थिति में बैठक के दौरान विस्तृत वार्ता की। उन्होनें कहा कि उ. प्र. सरकार मरीजों को बेहतर इलाज तथा छात्र एवं छात्राओं को अधिक से अधिक सुविधायें प्रदान करनें हेतु प्रतिबद्ध है आवश्यकता है कि उपलब्ध संसाधनों का समुचित उपयोग कर अपनी उत्पादकता को बढ़ाया जाये। जो नहीं है उस पर ध्यान केंद्रित करनें के स्थान पर जो है उसको क्रियाशील करते हुए तथा अपनी प्राथमिकतायें निर्धारित करते हुए ज्यादा से ज्यादा रोगीहित तथा छात्र हित में कार्य किया जाये। इसके उपरान्त उन्होंने जनता की अपेक्षाओं तथा चिकित्सकीय सेवाओं में सुधार हेतु उनकी शिकायतों का निवारण किया तथा उनके सुझावों पर कार्य करने का आश्वासन दिया। उन्होनें कहा कि बहुत कम समय में मेडिकल कालेज नें बहुत तेज गति से कार्य करते हुए नए आयाम स्थापित किये है। मरीजों को अन्य जनपदों में न जाकर आकस्मिक सेवाओं का समुचित लाभ यहाँ प्राप्त हुआ है। यही क्रम आगे भी चलता रहेगा। उन्होनें मेडिकल कालेज की कार्य प्रगति पर संतोष प्रकट किया तथा प्रधानाचार्य से यह अपेक्षा की वे अपने अनुभवों का समुचित उपयोग कर मेडिकल कालेज को एक नई ऊंचाई पर ले जाये। उन्होनें डायलिसिसि यूनिट एवं माइक्रोबायोलाजी विभाग के अंतर्गत कल्चर जांचों इत्यादि का फीता काटकर शुभारम्भ किया साथ ही केंद्रीय पुस्तकालय में समस्त चिकित्सा शिक्षकों एवं चिकित्सकों के साथ बैठक कर उन्हें अधिक से अधिक शिक्षण प्रशिक्षण की गुणवत्ता बढ़ाने के निर्देश दिये।
निरीक्षण के दौरान डा. आर. एन. कुशवाहा (उप-प्रधानाचार्य), डा. जीएस चौधरी (मुख्य चिकित्सा अधीक्षक), वरिष्ठ चिकित्सा शिक्षकों में डा. शैलेन्द्र प्रताप सिंह, डा. सुनित सचान, डा. अरूण अहिरवार, डा. रेनू सिंह, डा. छवि जायसवाल, डा. विशाल अग्रवाल सहित अन्य समस्त चिकित्सा शिक्षक एवं चिकित्सकीय एवं नर्सिंग टीम उपस्थित रही।