विगत दिवस स्थानीय रानी दुर्गावती राजकीय मेडिकल कॉलेज में वीरांगना रानी दुर्गावती का आत्म बलिदान दिवस बहुत जोश खरोश के साथ मनाया गया।
कार्यक्रम के मुख्य सूत्रधार अशोक त्रिपाठी जीतू ने बताया कि मौसम की बदमाशी के बावजूद भारी संख्या में स्नेही जनों ने उपस्थित होकर कार्यक्रम को सफल बनाया।
कार्यक्रम की शुरुआत में सभी अतिथियों का बैज अलंकरण किया गया और उन्हें स्मृति चिन्ह प्रदान किया गया।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि डाॅ शबाना रफीक साहिबा ने रानी दुर्गावती के आत्म बलिदान की सराहना करते हुए कहा कि ऐसी वीर महिलाएँ इतिहास में यदाकदा जन्म लेतीं हैं। आज के समाज को रानी दुर्गावती की दृढ़ इच्छाशक्ति और बुलंद हौसलों से सबक सीखना चाहिए।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए श्रीमती ज्योत्सना पुरवार ने रानी दुर्गावती के आत्म बलिदान की भूरि भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि हमारा इतिहास बहुत समृद्ध है। भारत के इतिहास के निर्माण में नारियों का योगदान अमूल्य है, उनका शौर्य और साहस हमारी धरोहर है। हमें अपनी इस धरोहर और विरासत को सहेज कर रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि रानी दुर्गावती का इतिहास पाठ्यक्रमों में शामिल किया जाना चाहिए।
वरिष्ठ कवि जवाहरलाल जलज ने भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए रानी दुर्गावती के आत्म बलिदान को विश्व की अनमोल थाथी बताया।
मुक्ति चक्र पत्रिका के संपादक गोपाल गोयल ने अपना मुद्रित आलेख वितरित किया और अपने संबोधन में कहा कि विश्व इतिहास में रानी दुर्गावती जैसी वीरांगना अतुलनीय है और वंदनीय है।
वक्ताओं में श्रीमती ममता मिश्रा, छाया सिंह आदि ने भी अपने विचार व्यक्त किए।
इस अवसर पर श्रीमती रश्मि गुप्ता निशा द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम भी हुआ। उनके सफल निर्देशन में नन्हे मुन्ने बच्चो ने स्वागत नृत्य एवं रानी दुर्गावती पर केंद्रित एक नाट्य प्रस्तुत किया। इन मनमोहक सांस्कृतिक कार्यक्रमों को देखकर दर्शकों की तालियों की गड़गडाहट से प्रेक्षागृह गूँज उठा।
अशोक त्रिपाठी जीतू ने बताया कि आगामी 15 अक्तूबर को रानी दुर्गावती का 500 वाँ जन्मदिन बहुत धूमधाम से मनाया जाएगा और भारत के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, मुख्यमंत्री तथा राज्यपाल को आमंत्रित किया जा रहा है।
अंत में मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डाॅ सुनील कुमार कौशल ने सभी आगन्तुकों का ह्रदय से आभार व्यक्त किया और कहा कि रानी दुर्गावती का जन्मदिन और बलिदान दिवस अब से कालेज के कार्यक्रमोंमें स्थायी रूप से शामिल किया जा रहा है और हर वर्ष ये आयोजन मेडिकल कॉलेज में संपन्न होंगें।
कार्यक्रम में पूर्व प्रधानाचार्य बाबूलाल गुप्ता, नम्रता अग्रवाल तथा जी जी आई सी की प्रधानाचार्या बीना गुप्ता, अरुण पुरवार एडवोकेट आदि की उपस्थिति उल्लेखनीय रही।