यूपी में PFI यानी पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया पर बड़ी कार्रवाई हुई है। NIA और ATS ने सोमवार-मंगलवार की दरमियानी रात 26 शहरों में एक साथ छापेमारी की। एडीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा, PFI से जुड़े 57 लोगों को हिरासत में लिया गया है। उनके पास से मिले डॉक्यूमेंट्स की जांच की जा रही है।
सूत्रों के मुताबिक, गाजियाबाद से 12, लखनऊ के बीकेटी इलाके से 7, मेरठ और शामली से 3-3 और बुलंदशहर, जौनपुर और सहारनपुर से 1-1 युवक को पकड़ा गया है। आजमगढ़ से भी एक को उठाया गया है, पर अभी कोई पुष्टि नहीं कर रहा है। इसके अलावा बाकी शहरों के बारे में पुलिस ने अभी खुलासा नहीं किया है। इस कार्रवाई पर डिप्टी सीएम बृजेश पाठक ने कहा है, “PFI के नेटवर्क को पूरी तरह से ध्वस्त कर देंगे। यूपी में कानून के अलावा कुछ नहीं चलेगा।”
NIA-ATS की यह कार्रवाई 23 सितंबर को हुई गिरफ्तारी के आगे की बताई जा रही है। तब जांच एजेंसियों ने यूपी में PFI से जुड़े 8 लोगों को गिरफ्तार किया था। 5 दिन बाद ATS ने दोबारा छापेमारी की है। बताया जा रहा है कि इन लोगों से हुई पूछताछ और कॉल डिटेल्स जांच के बाद एजेंसियों ने यह कार्रवाई की है।
गाजियाबाद से 12 को उठाया, NIA के दो IPS अफसर मौजूद रहे
गाजियाबाद में भोजपुर थाना क्षेत्र में आधी रात को ATS और NIA की टीम बस से पहुंची। यहां कलछीना गांव से 12 लोगों को उठाया है। NIA से IPS लेवल के 2 अफसरों ने इस कार्रवाई को लीड किया। हालांकि, इनसे क्या बरामद हुआ है, इस बारे में अभी कोई जानकारी नहीं है। लोकल पुलिस के अफसर भी किसी तरह की जानकारी से इनकार कर रहे हैं।
इस गांव में 5 दिन पहले भी ATS ने छापेमारी की थी। इस दौरान PFI के सदस्य परवेज आलम को पकड़ लिया था। हालांकि, महिलाओं ने टीम को घेरकर हंगामा करना शुरू कर दिया। इस बीच मौके का फायदा उठाकर आरोपी फरार हो गया था।
मोदीनगर थाने की पुलिस को साथ लिया
ATS-NIA कलछीना गांव में सोमवार रात छापा मारने गई, तो भोजपुर थाने की पुलिस को साथ नहीं लिया। 22 सितंबर की सुबह ATS जब गांव में आई थी, तो महिलाओं ने हाथापाई करके PFI से जुड़े संदिग्ध परवेज को कस्टडी से छुड़ा कर भगा दिया था। भोजपुर थाने की पुलिस पर सूचना लीक करने का आरोप लगा था। इसलिए इस बार एटीएस ने भोजपुर की बजाय मोदीनगर थाने की पुलिस फोर्स को साथ लिया है। 12 लोगों को कस्टडी में लेने के बाद मोदीनगर थाने पर लाया गया है, जहां उनसे पूछताछ चल रही है। सभी के परिजन भी थाने के बाहर मौजूद हैं।
लखनऊ में PFI ने 7 सदस्यों को पकड़ा
बीकेटी के अचरामऊ गांव में ATS और STF ने छापेमारी की। मंगलवार दोपहर 2:30 बजे तक ग्राम प्रधान अरशद के भाई समेत 7 लोगों को उठाया है। इसमें एक शिक्षक और उसका पीएचडी करने वाला भाई है। हालांकि अरशद मौके से भाग निकला। अरशद के घर सीढ़ी से चढ़कर घुसी टीम उसके भाई फैजान को गिरफ्तार किया। साथ ही सीसी कैमरा, डीवीआर, कंप्यूटर, लैपटॉप, पासबुक, और 6 मोबाइल जब्त किए।
इसके साथ अब्दुल रब के बड़े बेटे अब्दुल वहीद और छोटे मजीद उर्फ हैदर को पकड़ा। वहीद साड़मऊ गांव में प्राथमिक विद्यालय में टीचर है। अब्दुल मजीद उर्फ हैदर सीमैप से एग्रीकल्चर में पीएचडी कर रहा है। इसके बाद रेहान और उसके भाई सलमान को पकड़ा। यह लोग PFI के सक्रिय सदस्य है। रेहान दो साल तक सऊदी में रहा। इटौंजा के दो युवकों को उठाया गया है।
बंद कमरे में एक-एक व्यक्ति को बुलाकर पूछताछ
गाजियाबाद के कलछीना गांव से जिन 12 लोगों को उठाया है, उनमें मौलाना इफ्तियार, ननवा, इमरान, फुरकान प्रमुख रूप से शामिल हैं। मोदीनगर थाने पर इन सभी को पुलिस कार्यालय के अंदर बैठाया हुआ है। एक-एक व्यक्ति को दूसरे बंद कमरे में बुलाकर जांच एजेंसियां संयुक्त पूछताछ कर रही हैं। ये पूछताछ सुबह करीब 9 बजे से जारी है। जिन लोगों को कस्टडी में लिया है, उनके परिजन भी मोदीनगर थाने पर मौजूद हैं। उन्हें भी नहीं बताया जा रहा है कि किस मामले में इन्हें पकड़ा गया है।
कैराना में 4 दिन पहले जिसे पकड़ा, उसके भाई को उठाया
ATS ने शामली जिले के कैराना में सुबह 4 बजे मामौर गांव से दो भाइयों मौलाना जाहिद और साबिर को उठाया। गांव पावटली कलां से SDPI के जिला पंचायत सदस्य परवेज के बड़े भाई जाबिर को कस्टडी में लिया। जबकि गांव गोगवान से सरवन अली को पकड़ा है। इन चारों से कैराना थाने में पूछताछ जारी है। एक हफ्ते पहले एटीएस ने जाहिद व साबिर के भाई मौलाना साजिद को गिरफ्तार किया था। साजिद पर पीएफआई से जुड़े होने का आरोप है।
सहारनपुर में जहां आतंकी पकड़ा, वहां से भी एक को उठाया
सहारनपुर के कुंडा कला गांव से एटीएस ने PFI से जुड़े रकीब (35) के भाई सद्दाम (30) को उठाया है। करीब 3 बजे एटीएस की टीम ने यह कार्रवाई की। बताया जा रहा है कि जिस रकीब को पकड़ने टीम गई थी। वह स्थानीय पत्रकार है। उसे छापे की सूचना मिल गई थी। ऐसे में वह फरार हो गया। इसके बाद टीम, उसके भाई सद्दाम को उठाकर ले आई। दोनों टीमें सद्दाम से पूछताछ कर रही है। यह वही कुंडा कला गांव है। जहां से कुछ दिन पहले आतंकी नदीम को गिरफ्तार किया गया था।
बुलंदशहर में दीवार फांदकर घुसी ATS, एडवोकेट को ले गई
ATS की टीम रात करीब 3.10 बजे बुलंदशहर के कस्बा स्याना में पहुंची। यहां से एक अधिवक्ता अफजल को कस्टडी में लिया है। अफजल मेरठ में भी प्रैक्टिस करता है। अधिवक्ता के पिता के मुताबिक, ATS की टीम उनके घर में सीढ़ी से दीवार फांदकर घुसी और बेटे को कस्टडी में लेकर चली गई। उनका बेटा कस्टडी में क्यों लिया गया, ये कुछ नहीं बताया।
हालांकि, सूत्रों ने बताया कि वकील लंबे समय से PFI से जुड़ा था। मेरठ में PFI दफ्तर पर इसका लगातार आना-जाना था। ATS करीब एक साल से इसकी निगरानी कर रही थी। वहीं, बुलंदशहर के ही मोहल्ला फैसलाबाद से रियाज और खालिद नाम के 2 शख्स को हिरासत में लिया था। हालांकि, पूछताछ के बाद उन्हें छोड़ दिया गया है।
मेरठ में 3 और जौनपुर से एक को पकड़ा गया
इसके अलावा, मेरठ में लिसाड़ी गेट क्षेत्र से दो और सरूरपुर थाना क्षेत्र से एक व्यक्ति को भी एटीएस ने उठाया है। वहीं, जौनपुर में एटीएस ने एक संदिग्ध को उठाया है। आजमगढ़ ATS यूनिट ने यह कार्रवाई की है।
23 सितंबर को 8 आरोपी किए गए थे गिरफ्तार
ATS और NIA ने 22 सितंबर और 23 सितंबर यूपी में कई जिलों में छापेमारी करके PFI के 8 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। इनमें ऑल इंडिया इमाम काउंसिल के वेस्ट यूपी अध्यक्ष मोहम्मद शादाब अजीज भी शामिल था। लखनऊ के इंदिरानगर से NIA और ATS ने वसीम नाम के युवक को गिरफ्तार किया था।
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