अनिल शर्मा + संजय श्रीवास्तव
उरई | कला भूमि के कलाकारों ने बीती रात स्थानीय मंडपम सभागार में कथक, फाग ,अचरी गायन और वादन की त्रिवेणी मेपेॗक्षको को रस के इतने गोते लगवाऐ किवे तृप्त होकर वाह वाह कर उठे| कार्यक्रमों का निर्देशन कला भूमि संस्था के अध्यक्षा सुमिति श्रीवास्तव जी ने तथा संचालन वागीशा कुमुद ने किया|
कार्यक्रम की शुरुआत गणेश वंदना से शुरू हुई जिसमें बाल कलाकारआदिॗति सिंह,आरना, स्वरा मंडलोई ने विघ्नहर्ता गणपति के स्तुति करते हुए योगेंद्र भाव भंगिमा उसे न तो प्रस्तुत किया| स्मिथ पर गायन समीउल्ला ने तान दीपचंदमे निबध्द था| इसके बाद बंकिम चंद्र चटर्जी द्वारा लिखित राष्ट्र गीत वंदे मातरम् का गायन बाल कलाकॎर आशवी सिंह ने पॗस्तुत किया| इसके बाद कलाकार अप्सरा तिवारी औरअनवी ने महाकवि तुलसीदास कृत शिव रुद्राष्टक स्त्रोत पर नृत्य प्रस्तुत किया | नृत्यसंरचना पंडित राजेंद्र गंगानी तथा इस नृत्य में गायन समीउल्लाह जीने किया कलाकारों ने नृत्य मैं अपनी भाव भंगिमाओ से पेॗक्षको खा दिल जीत लिया इसके बादकथकनृत्य कलाकार कनन्यका सिंह राम भजन पर सुन्दर नृत्य किया जिसमे तीन ताल,तिहाई तोडे परन, पल्टी कापॗयोग कर अपने न नृत्य से लोगो को भाव विभोर कर दिया इस कथक नृत्य गायन शमीउल्लाजीने और तबले पर संगत योगेश जी नेकी| इसके बाघ ग्राम गु ढाऔर सिमरिया के लोक गायको कॗमशः राजा सिंह भोले, बाला दीन सिंह निषाद बूटी सिंह निषाद राम सिंह खिलाड़ी सिंह निषाद जयप्रकाश एवं कल्लू सिंह और अतिथि प्रसिद्ध गायक और संगीतकार राजेश निरंजन बुंदेलखंड के प्रसिद्ध लोक कवि ईसुरी की फागें ” बखरी रयतह है भारे की पॗाण पिया प्यारे की |मठ भीतर होरही फाग महादेव सुनाकर जुलाई के मौसम में होली का मौसम लादिया| इसके बाद प्रसिद्ध गायक और संगीतकार राजेश निरंजन ने “झूला अखर पालना हो मां ” निहुर के मै पंइयां लागू अचरी सुनाकर एैसा समा बांधा कि लगा जैसे नवरात्रि का जागरण चल रहा हो|
इसके बाद बाल कलाकार आर्य अग्रवाल ने भगवान श्री कृष्ण की बाल लीलाओं की चर्चा करते हुए यह भजन प्रस्तुत किया छोटी छोटी गईया छोटे-छोटेग्वाल छोटे सो मेरे मदन गोपाल सुनाई| इसके बाद कृष्णा कृति पॗस्तुति कलाकार कनन्यका सिंह व|तरुणिका सिंह कीकला सबका मन मोह लिया|कलाकारकनन्यकासिंह वतरुणिका सिंहरामभजन पर आधारित नृत्य मेतीन ताल तिहाई ,तोडे परन , पल्टी का बेहतरीन पॗयोग किया|गायन शमीउल्ला और तबले पर संगत योगेश जी ने की| इसीथरह कलाकार अप्सरा तिवारीआशवी सिंह तथा तरुणिका सिंह न ृत्य पॗसतुतकी|| इसके बाद गाॗम मोहम्दाबाद के कलाकारों फाग गा गायन प्रस्तुत किए शिवकुमार मास्टर जगदीश मास्टर कृष्णदत्त तिवारी लालाराम अहिरवार लल्लूराम अहिरवार ठाकुर प्रसाद पंचांल हरिश्चंद्र राजपूत दिलीप कुमार ने फाग गायन से सबका दिल मोहा| इसके अलावा कृष्ण कृति कलाकार स्वाति सिन्हाने तीन ताल नृत्य जिसके स्वर नवीन पॗसाद ने दिऐ| इसके बाद बांसरी वादक राम सेवकने बासुरीरेल गाडी , तथा नाकसे बांसुरी सुनाकर सबको हतपॗभ कर दिया|इसके बाद बाल कलाकार भवेश आसी, अप्सरातिवारीने राष्ट्र गान गाया| इसके पूर्व सरस्वती की मूर्ति का पूजन एवं दीप प्रज्वलन के साथ-साथ अतिथियों काअंग वस्त्र एवं स्मृति चिन्ह सम्मान किया| इस अवसर पर लोककला लेखक अयोध्या प्रसाद गुप्ता कुमुद डॉ हरिमोहन पुरवार,डा चरक पोॗफेसर अलका पुरवार रानी गुप्ता सौरभ माहेश्वरी पॗसन्न वेंकट, रश्मि गुप्ता सहित तमाम गण मान्य लोग मौजूद थे|