आरोप है मरीजों के साथ आये दिन मारपीट एवं इलाज में बरती जा लापरवाही
हफ्ते में एक आदि बार ही आते है कालेज के प्रधानाचार्य
उरई(जालौन)। भाजपा के सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा ने आज गुरुवार को अपने आवास पर आयोजित पत्रकार वार्ता के दौरान बताया कि विधानसभा क्षेत्र उरई में स्थित उक्त मेडिकल कॉलेज जालौन में भ्रष्टाचार चरम पर है तथा प्रधानाचार्य स्वयं (स्वराज नामक) नर्सिंग होम संचालित करते है जो काकादेव कानपुर नगर में स्थित है। इसलिए अन्य डाक्टर भी आसपास के जनपदों में निवास कर रहे हैं और खुलकर प्राइवेट प्रैक्टिस कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि कोई भी सीनियर डाक्टर सप्ताह में एक दिन से ज्यादा ड्यूटी पर नहीं आता है जिनकी लोकेशन के जांच की जाय जिस कारण से मरीजों का इलाज एक्स-रे, पैथलॉजी, अल्ट्रासाउण्ड इत्यादि की जांचे भी नहीं हो पाती हैं एवं सम्पर्ण व्यवस्था चरमरा गयी है। उन्होंने आरोप लगाया कि सभी दवाईयां बाहर के प्राइवेट मेडिकल की दुकानों से मंगायी जा रही है तथा मेडिकल कालेज में आने वाले मरीजों के एक्स-रे, खून की जांचे सभी बाहर से एक खास डायग्नोस्टिक सेन्टर से कराने के लिए मजबूर किया जाता है एवं कमीशन की बंदरबाट हो रही है। आये दिन मरीजों के साथ झगड़ा व मारपीट होती है। कम्पोनेन्ट प्लान कालेज के छात्रों के प्रति संवेदनहीनता के चलते शिक्षको द्वारा पठन-पाठन इत्यादि की अनदेखी हो रही है। स्वराज नर्सिंग होम की सीसीटीवी फुटेज देखी जाये। सदर विधायक गौरीशंकर वर्मा पत्रकारों को यह भी बताया कि मेडिकल कालेज में ब्याप्त भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के मामले की शिकायत मुख्यमंत्री को भेजी जा चकी है।उन्होंने बताया कि समाचार फेसबुक, ट्यूटर, पोर्टल न्यूज समाचार पत्रों एवं मीडिया में बीडियो वायरल हो रहे हैं। क्षेत्र की जनता मुझसे भरी निरन्तर शिकायतें कर रही है जिससे सरकार की छवि धूमिल हो रही है।यह मेडिकल कॉलेज कोरोना महामारी में अच्छी देखभाल, पठन-पाठन एवं प्रदेश में सबसे कम मृत्यु दर के कारण राष्ट्रपति पुरूस्कार से पुरूस्कृत किया गया था। सम्पूर्ण जनपद इस बात का गवाह है। सीटी एवं एमआरआई की मशीन सीआरएस फण्ड से दिये जाने के लिए सचिव चिकित्सा शिक्षा ने 19 जनवरी 2022 को आदेश किये थे उनके आदेश को धता बताकर दुरभि सन्धि कर बिना टेण्डर एक स्थानीय ठेकेदार सीटी एवं एमआरआई की अपनी मशीन लगाकर दुकान चलाना चाह रहे हैं। फर्जी मरीजों की भर्ती कर आंकड़ा बढ़ाकर घोटाला किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि बायोमेट्रिक अटेण्डेन्स की जांच की जाय तथा मेडिकल कॉलेज से इस प्रधानाचार्य को तुरन्त हटाया जाय तथा वरिष्ठ अनुभवी एवं योग्य प्रधानाचार्य को तैनात किया जाय, जिससे व्यवस्थायें पटरी पर आ सके।
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