भीषण बरसात में गौशाला के बजाय सड़कों पर दिख रही गौमाता
उरई(जालौन)। हिंदू सनातन धर्म में गाय को गौ माता कहते है। धर्म शास्त्रों में लिखा है कि गाय के शरीर मे 33 करोड़ देवी देवता निवास करते हैं। गाय पूज्यनीय है, लेकिन बरसात के इन दिनों में गौवंश के हालत बद से बदतर होती नजर आ रही हैं।नगर में करीब तीन करोड़ से बनी कान्हा गौशाला होते हुए भी नगर में भरी बरसात में गौवंश घूमने को मजबूर है।अभी बारिश का मौसम होने से भी सड़कों पर ज्याशदा मवेशी घूम रहे हैं। दिन के साथ ही रात में भी स़ड़कों पर इनके जमा रहने से कोई बड़ी दुर्घटना हो सकती है।वैसे तो नगर पंचायत रामपुरा द्वारा सोशल मीडिया पर वाह वाही लूटने का भरसक प्रयास किया जा रहा है लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही नजर आती है नगर के प्रमुख चौराहों पर भरी बरसात में गौवंश नज़र आ रहे है। रामपुरा कस्बा नगर में होली मोड़,महाराणा प्रताप चौक पर गायों का झुंड मिल जाता है। हम बाजार किसी कार्य से जाते हैं तो रास्ते में गाय बैठी हुई मिलती है।सड़क पर गायों का झुंड लगा रहता है। जिनकी वजह से डर लगता है। गायों को सड़क से हटाना चाहिए रामसिंह,श्याम सिंह, अजय ,मोहित नगर के विभिन्ना गलियों में गौवंश झुंड में खड़े रहते हैं। जिम्मेदारों को ध्यान देना चाहिए और गायों को गौशाला भिजवाना चाहिए। छात्र रमेश,दीपक,सचिन ने उक्त संबंध में जब अधिशाषी अधिकारी राजीव कुमार से बातचीत की तो पूछने पर एक ही रटा-रटाया जवाब दिया जा रहा है कि अभियान चला कर छुट्टा गौवंश को गौशाला भिजवाया जायेगा और जो भी गौपालक गौ का दूध निकालकर छुट्टा छोड़ देते है उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।
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