उरई(जालौन)। माननीय राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण के दिशा-निर्देशों के अन्तर्गत आज माननीय जिला न्यायाधीश श्री लल्लू सिंह के निर्देशन में जिला कारागार उरई में विधिक साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया तथा शिविर में उपस्थित सिद्धदोष/विचाराधीन महिला बन्दियों को विश्व स्तनपान सप्ताह 01.08.2023 से 07.08.2023 तक एवं सर्वाइकल कैंसर विषय पर महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की गयी। इस कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुये सचिव श्रीमती रेनू यादव द्वारा बताया गया कि विश्व स्तनपान सप्ताह दिवस का आयोजन 1992 में संयुक्त राष्ट्र बाल फंड और विश्व स्वास्थ्य संगठन द्वारा प्रारम्भ किया गया। यह सप्ताहिक अभियान तब से प्रति वर्ष विश्व भर प्रत्येक वर्ष अगस्त माह के पहले सप्ताह 01 अगस्त से 07 अगस्त तक मनाया जाता है। महिलाओं को उनके स्तनपान संबंधी अधिकार के प्रति जागरूकता प्रदान की गयी। डब्ल्यूएचओ की सिफारिश के अनुसार नवजात शिशु के लिए पीला गाढ़ा चिपचिपा युक्त मां का दूध कोलेस्ट्रम संपूर्ण आहार होता है, जिसे बच्चे के जन्म के तुरंत बाद 01 घंटे के भीतर ही शुरू कर देना चाहिए। यह शिशु को 6 महीने की अवस्था से 02 वर्ष तक स्तनपान कराने के साथ-साथ पौष्टिक आहार की पूर्ति करता है। स्तनपान कराने से मां और शिशु दोनों को फायदा होता है। इसके सम्बन्ध में पैनल अधिवक्ता श्रीमती साधना त्रिपाठी द्वारा भी विस्तार से भी जानकारी दी गयी। जेल चिंिकत्सक डा0 राहुल वर्मन द्वारा बताया गया कि सर्वाइकल कैंसर, गर्भाशय ग्रीवा के स्तर में असामान्य कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि है। गर्भाशय ग्रीवा महिला प्रजनन प्रणाली का हिस्सा है और गर्भ के निचले हिस्से में स्थित है। इस कैंसर को बच्चेदानी के कैंसर के नाम से भी जाना जाता है। ऐसी बीमारी के लक्षण होने पर तत्काल किसी योग्य स्त्री रोग विशेषज्ञ से परामर्श करना चाहिये। इस अवसर पर कारागार अधीक्षक नीरज देव ने अतिथियों का स्वागत व आभार व्यक्त किया। इस कार्यक्रम में कारापाल प्रदीप कुमार, उपकारापाल मिथलेश शुक्ला, अमर सिंह, वरिष्ठ सहायक डीएलएसए कार्यालय मु0 बख्तयार, पीएलवी टीम लीडर प्रतापभान, पंकज कुमार, राखी तिवारी, सुमोद नगाईच एवं करन सिंह यादव समेत सिद्धदोष/ विचाराधीन महिला बन्दी उपस्थित रही।
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