उरई(जालौन)। श्री राष्ट्रीय राजपूत करणी सेना के दर्जनों कार्यकर्ताओं और पदाधिकारियों ने बुधवार को कलेक्ट्रेट पहुंच कर मुख्यमंत्री को सम्बोधित ज्ञापन अतिरिक्त एसडीएम को भेंट करते हुए मांग उठाई है कि राज्य केन्द्र में सभी सरकारी नौकरियों में आर्थिक रूप से कमजोर और साम वर्ग के युवाओं को 5 वर्ष की छूट दिये जाने की मांग उठाई है। प्रदेश अध्यक्ष राकेश रघुवंशी एवम प्रदेश सदस्यता प्रभारी बृजेन्द्र प्रताप सिंह तोमर के निर्देशानुसार प्रदेश में एससी, एसटी, ओबीसी के अभ्यर्थियों को प्रदेश केन्द्र एवम राज्य में निकली विभिन्न सरकारी भर्तियों में आयु सीमा में लगभग 5 वर्ष की छूट दी जाती है एवं क्रीमीलेयर के तहत प्लाट मकान और जमीन की शर्तों को हटाकर आठ लाख की छूट दी जाती है ठीक उसी प्रकार आर्थिक रूप से कमजोर सामान्य वर्ग के युवाओं छूट दिये जाने की मांग करणी सेना लोगों ने मांग उठाई है।इस मौके पर
मानवेन्द्र सिंह ‘मन’ बुन्देलखण्ड अध्यक्ष ने कहा की अन्य आरक्षित श्रेणियों की भांति परीक्षा में आरहित अंको में 5 अंको की छूट दी जाए।बृजेन्द्र प्रताप सिंह तोमर प्रदेश सदस्यता प्रभारी, देव प्रताप सिंह जूदेव बुन्देल-खण्ड महासचिव, यागवेन्द्र सिंह बुन्देलखण्ड प्रभारी ने कहा कि वर्तमान समय में उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा पुलिस भर्ती निकाली गई है जिसमें एससी एसटी वर्ग के अभ्यर्थियों की आयु सीमा 18 से 27/28 साल निर्धारित की गई है परंतु सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों की आयु सीमा 18 से 22 साल रखी गयी है सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों के साथ धोखा है जबकि मध्यप्रदेश एवं अन्य राज्यो में सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों की उम्र 18 से 28 वर्ष निर्धारित है तो फिर उत्तर प्रदेश में सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों से ऐसा भेदभाव क्यो? वर्तमान पुलिस भर्ती में अन्य राज्यों की तरह सामान्य वर्ग के अभ्यर्थियों की आयु सीमा भी 18 से 27/28 वर्ष निर्धारित की जाए।प्रदेश अध्यक्ष राकेश सिंह रघुवंशी जी द्वारा इस मांग को लगातार 23 वर्ष पहले से उठाया जा रहा है।इस मौके पवन तोमर बुन्देलखण्ड संरक्षक,जय विजय सेंगर युवा जिलाध्यक्ष, सोनू राजावत जिला प्रभारी, वीर भौग्य वसुंधरा जिलाध्यक्ष, प्रमेन्द्र सेंगरे (वीरु लौना) सहित दर्जनों करणी सेना लोग मौजूद रहे।
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