जाति,धर्म और बंधन नहीं देखता रक्षाबंधन का त्यौहार
उरई (जालौन)। रक्षाबंधन का पवित्र त्यौहार भाई-बहन की मुहब्बत और स्नेह-प्यार का प्रतीक माना जाता है।बताते चले कि बहन कोसों की दूरी पर क्यों बसी हो लेकिन रक्षाबंधन के दिन साल में अपने भाई लम्बी उम्र की कामना करने के लिए बहन जरूर भाई की कलाई में राखी बांधने आती है और भाई बहन की हर संभव रक्षा का बचन देता है। बताते चले कि जनपद जालौन में समाजसेवी के नाम से अपनी पहचान बनाने वाले यूसुफ अंसारी ने अपनी मुंह बोली बहन डा. गीतेश शास्त्री जो काफी समय तक जिला महिला चिकित्सालय में डाक्टर के पद पर तैनात रही उन्हें यूसुफ अंसारी ने बहन का दर्जा देकर हर वर्ष अपनी कलाई में राखी बंधवाने का फर्ज अदा करते आये इस समय डा. गीतेश शास्त्री रामपुर में तैनात है फिर रक्षाबंधन के दिन अपने समान यूसुफ अंसारी को रक्षा कबच बंधने के लिए उनके आवास पर आयी।इसी प्रकार यूसुफ अंसारी ने उरई मुख्यालय पर 112डायल में तैनात रही हैडकांस्टेबल दिपा चौहान जो इस मौजूदा समय में लखनऊ में तैनात है उन्होंने भी अपने मुंह बोले सच्चे भाई यूसुफ अंसारी के आवास पर पहुंच कर उनकी कलाई में रक्षा कवच बांध कर लम्बी उम्र की कामना की तो वहीं यूसुफ अंसारी ने भी अपनी बहनों की जीवनपर्यंत रक्षा करने का वचन दिया। बताते चले कि रक्षाबंधन का त्यौहार पवित्र भाई-बहन के रिश्ते का त्यौहार है जिसमें जाति-धर्म परे रहता है।
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