जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौपा
उरई(जालौन)। फर्जी मुकदमे में फंसाये जाने की निष्पक्ष जांच करवाये जाने की मांग को लेकर मंगलवार को डा. अर्चना अवस्थी पत्नी प्रभाकर अवस्थी, डा. साधना अवस्थी पत्नी भास्कर अवस्थी, सौम्या अवस्थी, प्रखंत अवस्थी के नेतृत्व में दर्जनों की संख्या में उनके समर्थक कलेक्ट्रेट पहुंचे तथा पुलिस प्रशासन के विरोध में जमकर नारेबाजी करते हुए जिलाधिकारी को सम्बोधित ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को भेंट करते हुए बताया कि
भास्कर अवस्थी पुत्र गोविन्द नारायण अवस्थी निवासी 3815 पटेल नगर बम्बी रोड अम्बेडकर चौराहा उरई थाना कोतवाली उरई के निवासी है व प्रभाकर अवस्थी इनके बड़े भाई व प्रशान्त अवस्थी उनके भतीजे है। इन लोगों को क्षेत्राधिकारी नगर उरई थाना कोतवाली उरई के द्वारा 30 अगस्त को भेजे गये नोटिस के माध्यम से यह जानकारी हुई कि श्रीमती ज्योति सविता पत्नी अनिल कुमार निवासी 428 गांधी नगर उरई थाना कोतवाली उरई ने शिकायती पत्र देते हुए भास्कर अवस्थी व बड़े भाई प्रभाकर अवस्थी एवं भतीजे प्रशान्त अवस्थी पुत्र प्रभाकर अवस्थी के खिलाफ पुलिस अधीक्षक को दिया शिकायत प्रा. कोतवाली संख्या 227 / 2023 है। नोटिस प्राप्त होने के पश्चात 02 सितम्बर को लगभग 2:15 बजे अपराहन क्षेत्राधिकारी नगर उरई के कार्यालय में भास्कर अवस्थी अपने बड़े भाई प्रभाकर अवस्थी एवं भतीजे प्रशान्त अवस्थी के साथ उपस्थित हुये जहाँ इन लोगों को कार्यालय में श्रीमती ज्योति के द्वारा की गयी शिकायत के बारे में जानकारी हुई। इन तीनो लागों ने बयान दर्ज करने हेतु कहा लेकिन उन लोगों से कहा गया कि क्षेत्राधिकारी नगर इस समय कार्यालय में नहीं है इसलिये आप तीनो लोग सोमवार 04 सितम्बर को अपने बयान देने के लिये आयें। प्रार्थना पत्र भास्कर अवस्थी एवं प्रभाकर अवस्थी एवं प्रशान्त अवस्थी के खिलाफ फर्जी तथ्यों के आधार पर दिया गया है। प्रार्थना पत्र में यह दर्शाया गया है कि श्रीमती ज्योति सविता गोविन्द आश्रम पिया मबई रोड उरई स्थित कोकाकोला एजेन्सी में एवं लक्ष्मीचरण हुब्बलाल महाविद्यालय करसान, उरई में झाडू पोछा का कार्य करती थी यह बात बिल्कुल गलत है। जबकि सत्यता यह है कि कोकाकोला एजेन्सी एवं लक्ष्मीचरण हुब्बलाल महाविद्यालय करसान, उरई में अन्य कर्मचारी कार्य करते हैं. कोकाकोला एजेन्सी पर आज तक कभी भी किसी भी महिला कर्मचारी ने काम नहीं किया है। प्रार्थना पत्र में यह फर्जी आरोप लगाया गया है कि 15 जुलाई को शाम 06 बजे प्रशान्त अवस्थी ने श्रीमती ज्योति सविता को गोविन्द आश्रम में वेतन देने के बहाने बुलाया और श्रीमती ज्योति सविता को बन्दूक से धमकाते हुये श्रीमती ज्योति के साथ दुष्कर्म किया और शिकायत करने पर जान से मारने की धमकी दी. यह बात बिल्कुल असत्य है। जबकि सत्यता यह कि 13 जुलाई से 20 जुलाई तक प्रशान्त अवस्थी एवं अपने अन्य मित्रों आकाश त्रिवेदी (सभासद वार्ड नं0-28), अंकित रावत ( अध्यक्ष सहकारी संघ दिरावटी), भूपेन्द्र पटेल (जिला कार्यसमिति सदस्य किसान मोर्चा भाजपा), आकाश दुबे, नीतेश वर्मा (चार्टड एकाउन्टेन्ट) के साथ द्वारिकाधीश, सोमनाथ, नागेश्वर ज्योर्तिलिन्ग दर्शन, दमन दीप और लोनावाला (महाराष्ट्र) गये हुये थे।इसके बाद भी उक्त महिला द्वारा दी गयी तहरीर पर फर्जी मुकदमा दर्ज किया गया है।उक्त पीड़ित पक्ष की महिलाओं ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन देते हुए मामले की निष्पक्ष जांच करवाकर न्याय दिलवाये जाने की मांग उठाई है।
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