उरई(जालौन)। रविवार को पूर्व सैनिक वेलफेयर एसोसिएशन के द्वारा स्थानीय गेस्ट हाउस में एक श्रद्धांजलि सभा आयोजित की गई जिसमें 1965 की जंग के जांबाज परमवीर चक्र विजेता वीर अब्दुल हमीद को याद किया गया और उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई । नायब सूबेदार राधेश्याम दोहरे ने बताया कि वीर अब्दुल हमीद ने आज ही के दिन 10 सितंबर 1965 को पंजाब के खेमकरण सेक्टर में पाकिस्तान के चार टैंको को अपने आरसीएल गन से तबाह कर पाकिस्तान सेना को आगे बढ़ने से रोक दिया था । जब वह 5वे टैंक को तबाह करने का प्रयास कर रहे थे तो दुश्मन ने टैक की तोप से उन्हें अपना निशाना बना लिया और वह मातृभूमि की रक्षा करते हुए वीरगति को प्राप्त हुए थे । आज पूर्व सैनिकों ने उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। हवलदार सुनील कुमार विश्वकर्मा ने उनके जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि हमारी मातृभूमि पर जब-जब किसी दुश्मन देश ने आंख उठाई है तो चाहे हिंदू हो या मुसलमान सभी धर्म के लोगों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और दुश्मन को मुंह तोड़ जवाब दिया। श्रद्धांजलि अर्पित करने वालों में एसोसिएशन के अध्यक्ष कैप्टन अखिलेश नगायच के साथ सूबेदार उदय पाल सिंह, धर्मगुरु शत्रुघ्न सिंह, हवलदार रविंद्र सिंह राठौड़ , हवलदार राघवेंद्र सिंह सेगर, हवलदार जितेंद्र कुमार गुबरेले, हवलदार जितेंद्र सिंह सरदार ,हवलदार सुनील सिंह गुर्जर, सूबेदार अशोक कुमार विश्वकर्मा, मीडिया प्रभारी प्रमोद पाल, हवलदार देवेंद्र सिंह यादव, सिपाही दीपेश सिंह राजावत, हवलदार दलगन्जन सिंह,नायब सूबेदार अनिल कुमार राठौर, सूबेदार वीरेंद्र सिंह परिहार, हवलदार अली मोहम्मद हवलदार मधुसूदन सिंह परिहार, हवलदार अमर सिंह पाल, सिपाही दीपेश सिंह राजावत, हवलदार अरविंद सिंह परिहार गरौठा और सूबेदार अवधेश सिंह गरौठा सहित अधिक संख्या में पूर्व सैनिक उपस्थित रहे।
Get real time update about this post categories directly on your device, subscribe now.