उरई(जालौन)। जिलाधिकारी राजेश कुमार पाण्डेय के निर्देश पर तथा जिला प्रोबेशन अधिकारी डॉक्टर अमरेंद्र कुमार पौत्स्यायन के नेतृत्व में महिला कल्याण विभाग द्वारा बालिकाओं व महिलाओं के स्वावलंबन व मानसिक स्वास्थ्य को दृष्टिगत रखते हुए उमरारखेड़ा के इंदिरा आदर्श जूनियर हाई स्कूल के प्रांगण में स्वावलंबन कैंप सह मनो सामाजिक परामर्श शिविर का आयोजन किया गया।
आज के शिविर में उमरार खेड़ा के मलिन बस्तियों की महिलाओं व बालिकाओं को उनके अंदर छिपी हुनर को बताने का कार्य सखी वन स्टॉप सेंटर की मनो सामाजिक परामर्शदाता रागिनी तथा बाल संरक्षण इकाई की परामर्शदाता रचना कुशवाहा द्वारा किया गया। मलिन बस्तियों में रहने वाली बालिकाओं को समायोजन के साथ-साथ उनके किशोरवय में होने वाले शारीरिक व मानसिक परिवर्तन के बारे में विस्तार से परामर्शदाताओं द्वारा बताया गया। साथ ही कैसे अपने अंदर छोटी-छोटी हुनर को विकसित कर अपने पैरों पर खड़ा हुआ जा सकता है तथा परिवार को चलाने में अपनी भूमिका को रेखांकित किया जा सकता है इसके बारे में विस्तार से बताया गया।महिला सब इंस्पेक्टर मधु यादव तथा आरक्षी प्रियंका ने इस कैंप में आई महिलाओं व बालिकाओं को संबोधित करते हुए बताया कि आपको डरने की आवश्यकता नहीं है और आप झिझक छोड़कर पुलिस विभाग का सहयोग ले सकती हैं और अपने आप को सुरक्षित महसूस कर सकती हैं। आपकी सुरक्षा के लिए हम हमेशा तैयार हैं ।आज के परामर्श शिविर सह स्वावलंबन कैंप में आसपास की काफी बालिकाओं व महिलाओं ने प्रतिभाग किया जिनकी भिन्न-भिन्न समस्याओं को सुनते हुए परामर्शदाताओं द्वारा जीवन में बेहतर समायोजन के बारे में अवगत कराया गया ।जहां एक ओर बालिकाओं ने किशोरवय में होने वाली मासिक धर्म के समय होने वाली कठिनाइयों के बारे में प्रश्न किया वहीं दूसरी ओर इन बालिकाओं ने इस समय होने वाले शारीरिक व मानसिक तथा व्यवहारगत परिवर्तनों के बारे में भी परामर्शदाताओं से प्रश्न किया जिसका सही उत्तर परामर्शदाताओं द्वारा दिया गया। आज के कार्यक्रम में सखी वन स्टॉप सेंटर की सामाजिक कार्यकर्ता प्रवीणा, पैरामेडिकल नर्स अर्चना, विद्यालय के प्रधानाचार्य श्याम प्रसाद ने प्रतिभाग किया।34 बालिकाओं व महिलाओं को मनोवैज्ञानिक परामर्श प्रदान किया गया ।जिसमें निकिता ,हिमानी ,आशा रागिनी, अनीता, मुस्कान, पूनम, रोशनी, आरती, सीमा,परवीन कांति जुलेखा सुनीता इरा वर्षा रोहिणी गुड्डन रोमा कंचन मुस्कान मीनू अंजलि आदि ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम के बारे में बताती हुई सुनीता व वर्षा ने कहा कि यदि महिला कल्याण विभाग द्वारा इस तरह के मनो सामाजिक परामर्श शिविर सह स्वावलंबन कैंप का आयोजन मलीन बस्तियों में तथा जहां शिक्षा का अभाव है वहां किया जाता है तो इसका सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे तथा बालिकाओं व महिलाओं में विचलन की समस्या तथा छोटी-छोटी बातों को लेकर झगड़ने की प्रवृत्ति में कमी आएगी।
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